कृषि विज्ञान केंद्र में विश्व मृदा दिवस सह कृषक संगोष्ठी का आयोजन

कृषि विज्ञान केंद्र कवर्धा में आयोजित विश्व मृदा दिवस सह कृषक संगोष्ठी में वैज्ञानिकों ने मृदा संरक्षण, मिट्टी के स्वास्थ्य और प्राकृतिक खेती के महत्व पर किसानों को जागरूक किया।

Dec 6, 2025 - 12:33
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कृषि विज्ञान केंद्र में विश्व मृदा दिवस सह कृषक संगोष्ठी का आयोजन

 UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। कृषि विज्ञान केंद्र कवर्धा में विश्व मृदा दिवस सह कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मृदा संरक्षण, मिट्टी के स्वास्थ्य और टिकाऊ कृषि पद्धतियों पर व्यापक चर्चा हुई। वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बी.पी. त्रिपाठी ने विश्व मृदा दिवस मनाने की उपयोगिता बताते हुए कहा कि मिट्टी के स्वास्थ्य का सीधा प्रभाव फसल उत्पादन और किसानों की आय पर पड़ता है

तथा बेतरतीब रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग मिट्टी की उर्वरता को धीरे-धीरे नष्ट कर रहा है। उन्होंने कृषकों को रसायन रहित एवं प्राकृतिक खेती को भविष्य की अनिवार्य आवश्यकता बताते हुए कम उर्वरक मांग वाली तथा कम कीट-बिमारी से प्रभावित होने वाली फसलों को अपनाने की सलाह दी।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती एवं भगवान बलराम की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इंजीनियर टी.एस. सोनवानी ने बढ़ती जनसंख्या के दबाव के चलते मिट्टी कटाव पर नियंत्रण, उपजाऊ मिट्टी के संरक्षण और संसाधन के रूप में मिट्टी के स्थायी प्रबंधन के लिए सामूहिक प्रयास और संकल्प लेने का आह्वान किया।

संगोष्ठी के दौरान किसानों ने कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में स्थापित क्रॉप कैफेटेरिया तथा समन्वित कृषि प्रणाली अंतर्गत मछली पालन, बतख पालन, मुर्गी पालन, गौ पालन और मशरूम उत्पादन इकाइयों का अवलोकन कर वैज्ञानिकों से प्रत्यक्ष तकनीकी जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम में डॉ. बी.एस. परिहार, डॉ. एन.सी. बंजारा, डॉ. छत्रपाल रहांगडाले सहित कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं जिले के सैकड़ों कृषक उपस्थित रहे। संगोष्ठी के अंत में कृषकों ने मृदा स्वास्थ्य सुधार, जैविक और प्राकृतिक खेती को अपनाने के प्रति उत्साह व्यक्त किया तथा भविष्य में वैज्ञानिक सलाह के अनुरूप खेती करने का संकल्प लिया।