कवर्धा में डरावनी थीम वाली गुफा और 14 फीट दुर्गा प्रतिमा बनी आस्था का केंद्र, श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
शारदीय नवरात्र पर कवर्धा में भक्ति और आस्था का अनोखा संगम देखने को मिल रहा है। राजमहल कॉलोनी स्थित नवदुर्गा उत्सव समिति द्वारा मां वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर डरावनी थीम वाली गुफा और 14 फीट ऊंची दुर्गा प्रतिमा स्थापित की गई है, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। प्रतिदिन 4 से 5 हजार श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। अष्टमी पर भव्य भंडारा, कलश यात्रा और विसर्जन पर महाआरती जैसे विशेष आयोजन भी होंगे।

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर कवर्धा शहर इन दिनों भक्ति, आस्था और संस्कृति के अनोखे संगम का केंद्र बन गया है। राजमहल कॉलोनी डड़सेना भवन स्थित आदर्श विद्या मंदिर के पास नवदुर्गा उत्सव समिति द्वारा इस बार ऐसा भव्य आयोजन किया गया है जिसने जिले ही नहीं बल्कि पूरे अंचल में चर्चा का विषय बना दिया है।
समिति द्वारा मां वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर तैयार की गई डरावनी थीम वाली गुफा और 14 फीट ऊंची मां दुर्गा की प्रतिमा श्रद्धालुओं के लिए दिव्यता और रोमांच का अद्भुत अनुभव दे रही है। इस गुफा में प्रवेश करते ही भक्तों को ऐसा प्रतीत होता है मानो वे किसी रहस्यमय देवी धाम में पहुंच गए हों।
रोजाना 4 से 5 हजार श्रद्धालु कर रहे दर्शन
समिति के सदस्यों के अनुसार, प्रतिदिन लगभग 4 से 5 हजार श्रद्धालु माता रानी के दर्शन और गुफा दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। केवल कवर्धा ही नहीं, बल्कि आसपास के जिलों और ग्रामीण इलाकों से भी भक्त यहां आकर आशीर्वाद ले रहे हैं। महिलाओं और बच्चियों में गुफा की थीम को लेकर डर का वातावरण भी देखा जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालु उमंग के साथ दर्शन कर रहे हैं।
14 फीट की दुर्गा प्रतिमा मुख्य आकर्षण
इस बार पंडाल में स्थापित 14 फीट ऊंची दुर्गा प्रतिमा भक्तों के लिए आस्था और भव्यता का अनुपम प्रतीक बन गई है। गुफा के अंदर देवी-देवताओं की सुंदर मूर्तियां, आकर्षक प्रकाश व्यवस्था और रहस्यमयी सजावट हर श्रद्धालु को मंत्रमुग्ध कर रही है।
????️ 5 महीने की तैयारी, शाम 6 बजे खुलती है गुफा
समिति सदस्य गुड्डू, बंटी, सतीश और मनु ने बताया कि इस भव्य आयोजन की तैयारी लगभग 5 महीने पहले से शुरू की गई थी। श्रद्धालुओं के बढ़ते उत्साह को देखते हुए अगले वर्ष इससे भी अधिक भव्य आयोजन की योजना बनाई जा रही है। फिलहाल गुफा शाम 6 बजे से रात 11:30 बजे तक दर्शन के लिए खुली रहती है।
अष्टमी पर भंडारा और विसर्जन पर कलश यात्रा
नवरात्र की धार्मिक परंपराओं को बनाए रखते हुए अष्टमी पर भव्य भंडारा आयोजित किया जाएगा। वहीं, इस वर्ष विसर्जन को और खास बनाने के लिए 151 मीटर चुनरी यात्रा की जगह कलश यात्रा और जोत-ज्वारा का आयोजन किया जाएगा।
ऐसा होगा विसर्जन रूट
कलश यात्रा सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक निकलेगी, जो माता रानी के पंडाल से शुरू होकर भोजली तालाब–भारत माता चौक–बस स्टैंड होते हुए पुनः भारत माता चौक लौटेगी। यहां जिले की सुख-समृद्धि के लिए भव्य महाआरती की जाएगी। इसके बाद यात्रा राजमहल चौक–सकरी नदी सेतु स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर पहुंचेगी, जहां माता रानी का विसर्जन सम्पन्न होगा।
आस्था और संस्कृति का संगम
नवदुर्गा उत्सव समिति का यह आयोजन न केवल कवर्धा की धार्मिक आस्था को नई ऊंचाई दे रहा है, बल्कि स्थानीय सांस्कृतिक पहचान को भी सशक्त कर रहा है। डरावनी थीम, गुफा की भव्यता, विशाल प्रतिमा और अनूठी परंपराओं ने इस वर्ष के नवरात्रि उत्सव को ऐतिहासिक और यादगार बना दिया है। श्रद्धालु इसे जीवनभर याद रखने वाला दिव्य अनुभव बता रहे हैं।