नवरात्रि खप्पर भ्रमण के दिन शराब दुकानों की बंदी और महिला सुरक्षा की मांग पर NSUI ने सौंपा ज्ञापन

कवर्धा में नवरात्रि पर्व के दौरान आयोजित ऐतिहासिक खप्पर भ्रमण परंपरा को शांतिपूर्ण और गरिमापूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने के लिए NSUI ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। संगठन ने मांग की है कि भ्रमण वाले दिन सभी शराब दुकानों को बंद रखा जाए, भ्रमण मार्ग पर महिला पुलिस बल की तैनाती की जाए और असामाजिक तत्वों पर सख्त निगरानी रखी जाए। NSUI का कहना है कि शराब सेवन से माहौल बिगड़ता है और महिलाओं की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा होता है।

Sep 29, 2025 - 16:58
 0  13
नवरात्रि खप्पर भ्रमण के दिन शराब दुकानों की बंदी और महिला सुरक्षा की मांग पर NSUI ने सौंपा ज्ञापन

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। नवरात्रि पर्व के दौरान आयोजित होने वाली ऐतिहासिक खप्पर भ्रमण परंपरा को शांति और सुरक्षा के साथ सम्पन्न कराने की मांग को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने जिला प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है। विधानसभा कवर्धा NSUI अध्यक्ष विवेक जायसवाल के नेतृत्व में संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए नगर की सभी शराब दुकानों को बंद करने और महिला सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।

NSUI ने अपने ज्ञापन में कहा कि खप्पर भ्रमण के दिन नगर एवं आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु आयोजन में शामिल होते हैं। लेकिन इस दौरान कुछ बाहरी असामाजिक तत्व शराब सेवन कर वातावरण को बिगाड़ देते हैं, जिससे न केवल आयोजन की पवित्रता प्रभावित होती है बल्कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा पर भी गंभीर खतरा उत्पन्न होता है।

संगठन द्वारा प्रशासन के समक्ष प्रमुख मांगें इस प्रकार रखी गईं:

  1. खप्पर भ्रमण वाले दिन सभी शराब दुकानों को पूर्णतः बंद रखा जाए।

  2. भ्रमण मार्ग पर महिला पुलिस बल की विशेष तैनाती की जाए।

  3. असामाजिक तत्वों पर कठोर निगरानी रखते हुए आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाए।

NSUI ने भरोसा जताया है कि यदि प्रशासन द्वारा इन मांगों पर सकारात्मक कदम उठाए जाते हैं, तो यह ऐतिहासिक परंपरा पूरी शांति, सुरक्षा और गरिमा के साथ सम्पन्न हो सकेगी।

ज्ञापन सौंपने के दौरान NSUI के पूर्व जिला संयोजक बृजेश चंद्रवंशी, विधानसभा उपाध्यक्ष अमन बर्वे, गौरांश पाल, महासचिव सतीश झरिया, केवल निर्मलकर, रुपेश श्रीवास, दीपक बंजारे सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

NSUI का यह कदम नगर में धार्मिक आयोजनों की सुरक्षा और महिलाओं की गरिमा की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।