यूक्रेन के ड्रोन अटैक से रूस के तुआप्से पोर्ट में तबाही, ऑयल टर्मिनल धू-धूकर जला, घोषित हुआ आपातकाल

रविवार रात यूक्रेन ने रूस के ब्लैक सी स्थित तुआप्से पोर्ट पर बड़ा ड्रोन हमला किया, जिससे तेल टर्मिनल और रिफाइनरी में भीषण आग लग गई। प्रशासन ने तुरंत आपातकाल घोषित कर दिया। रूस का दावा है कि उसने 164 यूक्रेनी ड्रोन को हवा में नष्ट कर दिया। हालांकि, यह हमला रूस की ऊर्जा आपूर्ति और सैन्य रसद पर बड़ा प्रहार माना जा रहा है।

Nov 2, 2025 - 18:28
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यूक्रेन के ड्रोन अटैक से रूस के तुआप्से पोर्ट में तबाही, ऑयल टर्मिनल धू-धूकर जला, घोषित हुआ आपातकाल

UNITED NEWS OF ASIA. मॉस्को/कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध एक बार फिर नए मोड़ पर पहुंच गया है। रविवार रात यूक्रेन ने ब्लैक सी तट पर स्थित रूस के तुआप्से पोर्ट पर जबरदस्त ड्रोन हमला किया। इस हमले में तेल टर्मिनल और रिफाइनरी में भीषण आग लग गई। रूस ने तुरंत पूरे क्षेत्र में आपातकाल घोषित कर दिया।

रूस की समाचार एजेंसियों के मुताबिक, इस हमले के दौरान उसकी एयर डिफेंस यूनिट ने 164 यूक्रेनी ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया। फिर भी कई ड्रोन तुआप्से पोर्ट के परिसर में घुस गए, जिससे वहां आग भड़क उठी। बताया जा रहा है कि आग की लपटों ने ऑयल टर्मिनल के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया।

क्रास्नोडार प्रशासन ने टेलीग्राम पर कहा, “यूएवी हमले का जवाब दिया जा रहा है। सैन्य रसद को बाधित करने की यह यूक्रेन की रणनीति है।” स्थानीय प्रशासन के अनुसार, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, परंतु गिरते ड्रोन मलबे से बंदरगाह के इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान हुआ है।

यह बंदरगाह रूस की प्रमुख रोसनेफ्ट तेल रिफाइनरी और तुआप्से ऑयल टर्मिनल का केंद्र है, जिसे यूक्रेन ने इस साल कई बार निशाना बनाया है। माना जा रहा है कि यह हमला रूस द्वारा यूक्रेन की बिजली ग्रिड पर किए गए हालिया हमलों का जवाब है।

हमले के बाद इलाके में धुएं का घना बादल छा गया। रातभर फायर ब्रिगेड की टीमों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन सुबह तक आग पूरी तरह नहीं बुझ सकी। यह हमला एक बार फिर साबित करता है कि युद्ध अब सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं रहा — यह रूस की ऊर्जा नीति और नागरिक जीवन दोनों पर गहरा प्रहार है।