धनतेरस पर दंतेवाड़ा पुलिस ने लौटाए 22 लाख की गुम संपत्ति और 107 मोबाइल
धनतेरस के अवसर पर दंतेवाड़ा पुलिस ने CEIR पोर्टल के माध्यम से 22 लाख रुपए कीमत की गुम संपत्ति और 107 मोबाइल नागरिकों को लौटाए।

UNITED NEWS OF ASIA. असीम पाल, दंतेवाड़ा। धनतेरस के अवसर पर दंतेवाड़ा पुलिस ने आम नागरिकों को एक विशेष सौगात दी। पुलिस ने CEIR पोर्टल के माध्यम से जिले एवं पड़ोसी क्षेत्रों से बरामद किए गए गुम हुए मोबाइल और संपत्ति नागरिकों को लौटाए। इस अभियान के तहत आज 18 अक्टूबर 2025 को कुल 107 मोबाइल फोन वापस किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 22,00,000 रुपए है।
इस अभियान का संचालन पुलिस अधीक्षक गौरव राय भापुसे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राम कुमार वर्मन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उदित पुष्कर भापुसे के मार्गदर्शन में किया गया। साथ ही सायबर सेल नोडल अधिकारी उप पुलिस अधीक्षक ठाकुर गौरव सिंह ने भी इस अभियान की निगरानी की। मोबाइल बरामदगी के दौरान राज्य के ओडिशा, जगदलपुर, सुकमा, बीजापुर और कोंडागांव से खोए मोबाइल भी शामिल थे।
दंतेवाड़ा पुलिस ने आम नागरिकों की सुविधा के लिए साइबर हेल्पलाइन नंबर 9479151665 जारी किया है। इसके अलावा भारत सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन 1930 और ईमेल cybercrime@gov.in पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसके साथ ही ‘सायबर हेल्पलाइन दंतेवाड़ा’ नामक व्हाट्सऐप अकाउंट बनाया गया है, जिससे नागरिक अपने गुम हुए मोबाइल या अन्य साइबर अपराधों की शिकायत सीधे दर्ज करा सकते हैं। शिकायत मिलने पर प्रार्थी को व्हाट्सऐप के माध्यम से एक एनकाउलेजमेंट नंबर भी प्रदान किया जाएगा।
साइबर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से ‘सायबर संगवारी दंतेवाड़ा’ नामक व्हाट्सऐप चैनल भी बनाया गया है। इसमें प्रतिदिन साइबर अपराधों और उनके बचाव संबंधी जानकारी साझा की जाती है। नागरिक इस चैनल से जुड़ने के लिए दिए गए QR कोड को स्कैन कर सकते हैं।
पुलिस ने लोगों को सलाह दी कि किसी भी अननोन कॉल, संदिग्ध व्हाट्सऐप कॉल, लिंक या आपके बैंक तथा सोशल मीडिया अकाउंट पर संदिग्ध गतिविधि होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन दंतेवाड़ा 9479151665 से संपर्क करें। पुलिस ने चेतावनी दी कि सावधानी ही सुरक्षा है और यह ही साइबर अपराध से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
इस पहल से दंतेवाड़ा पुलिस ने यह संदेश दिया है कि तकनीकी सहायता और नागरिक जागरूकता के माध्यम से गुम हुई संपत्ति और साइबर अपराध पर काबू पाया जा सकता है। नागरिकों ने भी इस प्रयास की सराहना की और धनतेरस पर यह कदम विशेष रूप से उत्साहजनक साबित हुआ।