“बाबू, एक्सट्रीमिस्ट अंग्रेजी में लिखकर दिखाओ” — ओवैसी का तेजस्वी यादव पर तीखा वार

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तेजस्वी यादव के “एक्सट्रीमिस्ट” बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें अपने धर्म पर गर्व है और अगर यही वजह है उन्हें अतिवादी कहे जाने की, तो वे इस पहचान पर फक्र महसूस करते हैं। ओवैसी ने चेतावनी दी कि सीमांचल की जनता उन्हें जमीन दिखा देगी।

Nov 3, 2025 - 16:30
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“बाबू, एक्सट्रीमिस्ट अंग्रेजी में लिखकर दिखाओ” — ओवैसी का तेजस्वी यादव पर तीखा वार

UNITED NEWS OF ASIA. बिहार | बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी बयानबाजी तेज होती जा रही है। महागठबंधन और एनडीए के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अब इस राजनीतिक जंग में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी खुलकर मैदान में उतर आए हैं। उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव पर करारा पलटवार किया है।

दरअसल, हाल ही में एक इंटरव्यू में तेजस्वी यादव से पूछा गया था कि AIMIM को महागठबंधन में शामिल क्यों नहीं किया गया, जिस पर उन्होंने जवाब दिया था कि ओवैसी “एक्सट्रीमिस्ट” हैं। इस बयान के बाद ओवैसी भड़क गए और उन्होंने तीखे शब्दों में पलटवार किया।

ओवैसी ने कहा, “तेजस्वी ने मुझे एक्सट्रीमिस्ट कहा है, तो बाबू उनसे बस इतना कहूंगा कि पहले ये शब्द अंग्रेजी में लिखकर दिखा दें।”

उन्होंने आगे कहा कि अगर अपने धर्म पर गर्व करना अतिवाद कहलाता है, तो वे इस ‘इल्ज़ाम’ को सम्मान की तरह स्वीकार करते हैं। “मेरे चेहरे पर दाढ़ी है, सिर पर टोपी है, मैं नमाज़ पढ़ता हूं, अल्लाह की इबादत करता हूं, और मेरी बीबियां व बेटियां हिजाब पहनती हैं। अगर यही सब करने से मुझे एक्सट्रीमिस्ट कहा जाता है, तो मुझे इस पर फक्र है।”

ओवैसी यहीं नहीं रुके। उन्होंने किशनगंज में आयोजित एक जनसभा में तेजस्वी पर सीधा वार करते हुए कहा, “जो आसमान में उड़ते हैं उन्हें जमीन पर लाने का काम जनता करती है। सीमांचल की जनता तुम्हें जमीन पर सुला देगी।”

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ओवैसी का यह बयान सीमांचल की मुस्लिम वोट बैंक को साधने की कोशिश है, जहां AIMIM का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है।

चुनाव से पहले चर्चा थी कि AIMIM महागठबंधन में शामिल हो सकती है, लेकिन सीट बंटवारे पर बात नहीं बनी। अब ओवैसी अकेले चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में हैं और सीमांचल क्षेत्र में अपने संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं।

ओवैसी के इस बयान ने बिहार की सियासत में नया मोड़ ला दिया है। जहां एक ओर राजद को मुस्लिम वोटों के बिखरने की चिंता सता रही है, वहीं AIMIM इस बार सीमांचल की राजनीति में अपनी अलग पहचान और ताकत दिखाने के लिए कमर कस चुकी है।