धनतेरस पर किसानों को बड़ी सौगात: मोहन यादव सरकार करेगी फसल मुआवजे की ‘धन वर्षा’, ब्यावर में होगा भव्य कार्यक्रम

मध्य प्रदेश सरकार धनतेरस पर किसानों को फसल मुआवजा राशि ट्रांसफर करेगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव राजगढ़ के ब्यावर से एक क्लिक में करोड़ों की राशि किसानों के खातों में भेजेंगे।

Oct 15, 2025 - 16:35
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धनतेरस पर किसानों को बड़ी सौगात: मोहन यादव सरकार करेगी फसल मुआवजे की ‘धन वर्षा’, ब्यावर में होगा भव्य कार्यक्रम

UNITED NEWS OF ASIA. भोपाल। मध्य प्रदेश के किसानों के लिए इस बार धनतेरस का त्योहार खुशियों की सौगात लेकर आ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार 29 अक्टूबर 2025 को राज्यभर के किसानों के खातों में करोड़ों रुपये की फसल मुआवजा राशि ट्रांसफर करने जा रही है। इस विशेष अवसर पर राजगढ़ जिले के ब्यावर में एक भव्य राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जहां मुख्यमंत्री स्वयं एक क्लिक के जरिए यह राशि ट्रांसफर करेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस कार्यक्रम में हजारों किसानों की उपस्थिति में मंच से ही पूरे प्रदेश के प्रभावित किसानों को राहत राशि प्रदान करेंगे। यह राशि उन किसानों के लिए है जिनकी फसलें इस साल अत्यधिक वर्षा, ओलावृष्टि और प्राकृतिक आपदाओं से नष्ट हो गई थीं। लंबे समय से प्रतीक्षित इस आर्थिक सहायता से किसानों को अपनी फसलों के नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलेगी।

इस साल मध्य प्रदेश में 120 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई, जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने और फसलों को भारी क्षति पहुंची। ऐसे में मुख्यमंत्री मोहन यादव सरकार ने किसानों की पीड़ा को देखते हुए यह बड़ा निर्णय लिया है कि धनतेरस जैसे शुभ अवसर पर ही राहत राशि का वितरण किया जाए, ताकि त्योहार से पहले किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौट सके।

ब्यावर के दशहरा मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ कृषि, राजस्व, और सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। पूरे प्रदेश के किसान इस कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़ेंगे।

सरकार का उद्देश्य है कि किसानों को हरसंभव राहत समय पर मिले और उन्हें कर्ज या आर्थिक संकट से उबरने में सहायता मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा है कि “किसान राज्य की रीढ़ हैं, और सरकार की प्राथमिकता हमेशा उनके हितों की रक्षा करना है।”

यह कार्यक्रम न केवल किसानों के लिए एक राहत संदेश है बल्कि मध्य प्रदेश सरकार की “किसान हित प्रथम” नीति का भी प्रतीक है। दिवाली से ठीक पहले यह ‘धन वर्षा’ किसानों के घरों में खुशहाली लेकर आएगी।