रेलवे बोर्ड लगी कार से सागौन तस्करी पकड़ी गई, आरोपी आकाश सिंह गिरफ्तार, दो गिल्टे लकड़ी बरामद

उत्तराखंड में वन विभाग ने रेलवे बोर्ड लगी कार से सागौन की तस्करी पकड़ ली। आरोपी आकाश सिंह गिरफ्तार, दो गिल्टे लकड़ी बरामद और वाहन सीज किया गया।

Oct 16, 2025 - 11:54
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रेलवे बोर्ड लगी कार से सागौन तस्करी पकड़ी गई, आरोपी आकाश सिंह गिरफ्तार, दो गिल्टे लकड़ी बरामद

UNITED NEWS OF ASIA, उत्तराखंड। उत्तराखंड के तराई केंद्रीय वन प्रभाग टांडा रेंज में वन विभाग की टीम ने सागौन लकड़ी की तस्करी का बड़ा पर्दाफाश किया है। मंगलवार को एक अर्टिगा कार जिस पर ‘भारत सरकार पूर्वोत्तर रेलवे’ का बोर्ड लगा था, को पकड़कर आकाश सिंह नामक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। कार से दो गिल्टे सागौन की लकड़ी बरामद हुई, जिनकी कीमत लगभग 50 हजार रुपये आंकी गई है।

वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि सांपकठानी गुर्जरखत्ता क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से लकड़ी तस्करी की शिकायतें मिल रही थीं। इस पर डिप्टी रेंजर विरेंद्र परिहार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई और गश्त बढ़ा दी गई। बुधवार सुबह जंगल में सफेद रंग की कार खड़ी मिली, जिसमें एक युवक बैठा था। टीम ने तलाशी ली तो कार के अंदर से दो गिल्टे सागौन की लकड़ी बरामद हुई।

गिरफ्तार आरोपी की पहचान आकाश सिंह, निवासी सांपकठानी गुर्जरखत्ता हाल निवासी जवाहर नगर, वार्ड नंबर तीन, लालकुआं के रूप में हुई। आरोपी के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया और उसके साथियों की तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि बरामद लकड़ी जंगल के किस क्षेत्र से काटी गई थी।

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह मूल रूप से दूध का कारोबारी है और जंगल में रहकर स्थानीय लोगों से दूध एकत्रित करता था। आर्थिक तंगी और कर्ज के चलते उसने कुछ साथियों के साथ मिलकर लकड़ी तस्करी का धंधा शुरू किया। वह सागौन की लकड़ी काटकर हल्द्वानी और किच्छा में बेचने का काम करता था।

वन अधिकारियों ने यह भी बताया कि हाल ही में गोरापड़ाव बीट से तस्करों ने पांच पेड़ काटे थे, लेकिन उनका खुलासा अब तक नहीं हो पाया था। इस सफलता से वन विभाग ने सागौन तस्करी रोकने में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

वन विभाग ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे अवैध लकड़ी कटाई की किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। इस कार्रवाई से वन संसाधनों की सुरक्षा और तस्करी पर नियंत्रण के प्रयासों को बल मिला है।