बालोद पुलिस की बड़ी सफलता: पीएम किसान APK फाइल से बीएसपी रिटायर बुजुर्ग से 12.13 लाख की ठगी का मुख्य आरोपी मधुपुर, झारखंड से गिरफ्तार

बालोद पुलिस ने पीएम किसान APK फाइल से बीएसपी रिटायर बुजुर्ग से 12,13,860 रुपये की ठगी के मुख्य आरोपी विकास कुमार दास को मधुपुर, देवघर झारखंड से गिरफ्तार किया।

Oct 16, 2025 - 12:40
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बालोद पुलिस की बड़ी सफलता: पीएम किसान APK फाइल से बीएसपी रिटायर बुजुर्ग से 12.13 लाख की ठगी का मुख्य आरोपी मधुपुर, झारखंड से गिरफ्तार

UNITED NEWS OF ASIA. परस साहू, बालोद। बालोद पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। पीएम किसान APK फाइल के माध्यम से बीएसपी रिटायर एक बुजुर्ग से 12,13,860 रुपये की ठगी करने वाले मुख्य आरोपी विकास कुमार दास को मधुपुर, देवघर झारखंड से गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई साइबर सेल बालोद और थाना डौंडीलोहारा की विशेष टीम के संयुक्त प्रयास से संभव हुई।

श्रीमान पुलिस अधीक्षक बालोद योगेश कुमार पटेल के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर और उप पुलिस अधीक्षक बालोद देवांश सिंह राठौर के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी डौंडीलोहारा निरीक्षक मुकेश सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने आरोपी की पतासाजी हेतु मधुपुर झारखंड में कैम्प किया और स्थानीय पुलिस एवं मुखबिरों की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया।

प्रकरण के अनुसार, पीड़ित बुजुर्ग ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि अज्ञात आरोपी ने उनके व्हाट्सएप पर PM KISAN APK फाइल भेजकर उनका मोबाइल और सिम हैक किया। इसके बाद पीड़ित के पंजाब नेशनल बैंक खाते से विभिन्न यूपीआई ऐप्स के माध्यम से 12,13,860 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए।

जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ने पीड़ित के नंबर का ई-सिम क्लोन तैयार किया और OTP लेकर डिजिटल ट्रांसफर किया। तकनीकी विश्लेषण के बाद आरोपियों की पहचान हुई। इससे पहले टीम ने जमुई बिहार में कैंप कर अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था।

पूर्व में गिरफ्तार आरोपी:

  1. नीतीश कुमार दास (22), जमुई बिहार

  2. अरविंद कुमार दास (18), जमुई बिहार

  3. राकेश कुमार दास (21), जमुई बिहार

मुख्य आरोपी: विकास कुमार दास (23), मधुपुर देवघर झारखंड, जिसका पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड भी पाया गया है।

आरोपी के कब्जे से विभिन्न डिजिटल पेमेंट कार्ड, पोस्ट बैंक कार्ड और एक मोबाइल बरामद किए गए। मुख्य आरोपी को पूछताछ के बाद न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।

साइबर सेल प्रभारी धरम भुआर्य, प्रधान आरक्षक अरविंद यादव, आरक्षक संदीप यादव, पुरण देवांगन और अन्य अधिकारियों का इस अभियान में विशेष योगदान रहा।

बालोद पुलिस की यह सफलता साइबर अपराधियों के खिलाफ सतर्कता और तकनीकी दक्षता का उदाहरण है। नागरिकों से पुलिस ने अपील की है कि किसी भी एप फाइल या लिंक पर भरोसा करने से पहले उसकी पुष्टि करें और अपनी बैंक और व्यक्तिगत जानकारी किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा न करें।