माँ बम्लेश्वरी मंदिर विवाद पर सर्व हिन्दू समाज की बैठक सम्पन्न — दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई की मांग, 16 अक्टूबर को एसडीएम को सौंपेंगे ज्ञापन

माँ बम्लेश्वरी मंदिर विवाद को लेकर सर्व हिन्दू समाज की बैठक सम्पन्न। समाज ने दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की और 16 अक्टूबर को एसडीएम को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया।

Oct 12, 2025 - 17:37
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माँ बम्लेश्वरी मंदिर विवाद पर सर्व हिन्दू समाज की बैठक सम्पन्न — दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई की मांग, 16 अक्टूबर को एसडीएम को सौंपेंगे ज्ञापन

UNITED NEWS OF ASIA. नेमिष अग्रवाल, डोंगरगढ़। क्वार नवरात्र की पंचमी तिथि के दौरान नीचे माँ बम्लेश्वरी मंदिर के गर्भगृह में हुए प्रवेश विवाद के बाद मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी विषय को लेकर सर्व हिन्दू समाज की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी समाज प्रमुखों और संगठन प्रतिनिधियों ने भाग लिया। तीन दिवसीय चर्चा (12, 13 और 14 अक्टूबर) के बाद सर्व हिन्दू समाज ने निर्णय लिया है कि 16 अक्टूबर को एसडीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की जाएगी।

माँ बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल और अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि कुछ धर्म विरोधी तत्व बीते कुछ वर्षों से हिन्दू समाज में मतांतरण और वैमनस्य फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। भोले-भाले लोगों को भ्रमित कर धर्म से विमुख करने के प्रयास हो रहे हैं। डोंगरगढ़ में सदियों से सभी समाजों के लोग एकजुट होकर माँ बम्लेश्वरी देवी की आराधना करते आए हैं और मंदिर विकास में सक्रिय भूमिका निभाई है।

ट्रस्ट अध्यक्ष ने बताया कि सन् 1964 में स्वर्गीय राजा विरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा ट्रस्ट समिति का गठन किया गया था, जो आज तक बायलाज (विधान) के अनुसार कार्य कर रही है। समिति ने मंदिर के विकास, श्रद्धालुओं की सुविधा और जनसेवा के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं — जैसे विशाल सीढ़ियों का निर्माण, विस्तारित गर्भगृह, चिकित्सालय, एम्बुलेंस सेवा, प्रशिक्षण केंद्र, स्वर्ग रथ और पुस्तकालय आदि।

उन्होंने स्पष्ट किया कि ट्रस्ट गठन के बाद से किसी भी पारंपरिक पूजन व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया गया है। “पंचमी भेंट” जैसी परंपरा ट्रस्ट समिति के बायलाज में कहीं उल्लेखित नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी हिन्दू समाजों को अपनी परंपराओं के अनुरूप पूजन का अधिकार है, बशर्ते वह मंदिर की पवित्रता और नियमों के अनुरूप हो।

सर्व हिन्दू समाज ने कहा कि मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार का विवादास्पद वातावरण क्षेत्र के विकास और धार्मिक सौहार्द के लिए हानिकारक होगा। सभी ने एक स्वर में कहा कि गर्भगृह में अनाधिकृत प्रवेश करने वालों पर शीघ्र कार्रवाई की जानी चाहिए।

बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि ऐसे तत्वों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो सर्व हिन्दू समाज आंदोलन की दिशा में आगे बढ़ेगा।