“कन्या आश्रम में 11 वर्षीय छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर मौत”
कांटागांव स्थित आदिवासी कन्या आश्रम में 11 वर्षीय छात्रा चंपा नेताम फांसी लगाकर मृत पाई गई। प्रशासन ने जांच शुरू कर शव पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा।

UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भारद्वाज, कांटागांव/माकड़ी । 13 अक्टूबर 2025। संवाददाता: रामकुमार भारद्वाज। जिले के कांटागांव स्थित आदिवासी कन्या आश्रम में शनिवार को 11 वर्षीय छात्रा चंपा नेताम ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी। मृतक छात्रा आश्रम में कक्षा पहली से निवासरत थी और वर्तमान में कक्षा पांचवीं की छात्रा थी।
जानकारी के अनुसार, घटना शनिवार सुबह लगभग 10 बजे की बताई जा रही है। कुछ छात्राओं ने चंपा नेताम को अपनी स्कूल यूनिफार्म की टाई से खिड़की में लटका देखा। छात्राओं ने तुरंत अधीक्षिका को सूचना दी। उन्हें कैची से टाई काटकर नीचे उतारा गया और तत्पश्चात बच्ची को माकड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम अजय उरांव, सहायक आयुक्त कृपेंद्र तिवारी, तहसीलदार, खंड शिक्षा अधिकारी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया और जांच शुरू की। शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया।
गांव के सरपंच मोतीराम मरकाम ने बताया कि यह घटना बच्चों के भोजन के समय हुई। यदि कोई बच्चा अनुपस्थित था तो आश्रम स्टाफ को इसकी जानकारी होनी चाहिए थी। उन्होंने इसे आश्र्म प्रशासन की गंभीर लापरवाही करार दिया।
बिवला गांव के सरपंच लक्ष्मण नेताम ने परिजनों की ओर से गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्ची मंगलवार को ही आश्रम में छोड़ी गई थी और वह मानसिक व शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ थी। उन्होंने बताया कि घटना सुबह 10 बजे हुई, लेकिन परिजनों को दोपहर 12 बजे के बाद जानकारी दी गई। सरपंच ने उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
एसडीएम अजय उरांव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में छात्रा अपनी टाई से लटकी पाई गई है। शव परीक्षण रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह आत्महत्या थी या हादसा।
इस घटना ने स्थानीय लोगों में आश्रम प्रशासन की लापरवाही और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिवार और प्रशासन दोनों ही मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।