“बीजापुर में नक्सलियों ने भाजपा नेता सत्यम पुनेम की बेरहमी से हत्या, क्षेत्र में तनाव”

बीजापुर के इलमिडी थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने भाजपा नेता सत्यम पुनेम की मुखबिरी के आरोप में हत्या कर दी। घटना से क्षेत्र में भय और तनाव फैल गया।

Oct 14, 2025 - 12:54
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“बीजापुर में नक्सलियों ने भाजपा नेता सत्यम पुनेम की बेरहमी से हत्या, क्षेत्र में तनाव”

UNITED NEWS OF ASIA. पी सतीश कुमार, बीजापुर। संवाददाता: पी. सतीश कुमार। बीजापुर जिले के इलमिडी थाना क्षेत्र में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात नक्सलियों ने एक बार फिर बड़ी वारदात को अंजाम देते हुए भाजपा नेता सत्यम पुनेम की हत्या कर दी। घटना के बाद पूरे इलाके में भय और दहशत का माहौल पैदा हो गया है।

जानकारी के अनुसार, मृतक सत्यम पुनेम उसूर तहसील के मुजलाकांकेर गांव के निवासी थे। वे पिछले 20 वर्षों से भाजपा संगठन से जुड़े हुए थे और स्थानीय स्तर पर सक्रिय रूप से पार्टी कार्यों में योगदान दे रहे थे। नक्सलियों ने मुखबिरी के आरोप में उनकी हत्या की है।

घटना की रात नक्सलियों ने सत्यम पुनेम के घर पहुंचकर उन्हें घर से बाहर निकाला और रस्सी से गला घोंटकर बेरहमी से मार डाला। सुबह जब ग्रामीणों ने उनका शव देखा तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम की कार्यवाही शुरू कर दी।

हत्या स्थल से पुलिस को नक्सलियों का एक पर्चा भी मिला है। पर्चे में मद्देड एरिया कमेटी ने घटना की जिम्मेदारी ली और भाजपा नेता पर मुखबिरी का आरोप लगाते हुए हत्या करने की बात कही। पर्चे में यह भी लिखा गया है कि बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया गया है।

स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है और जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है। इस घटना ने इलाके के लोगों में डर और चिंता की स्थिति पैदा कर दी है।

विशेषज्ञों का कहना है कि सत्यम पुनेम की हत्या नक्सलियों की धमकियों और उनके आतंक फैलाने की रणनीति का हिस्सा है। सुरक्षा बल घटनास्थल पर जांच के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में सर्च अभियान भी चला रहे हैं।

स्थानीय भाजपा नेताओं और जनता ने घटना की निंदा करते हुए सरकार से नक्सलियों पर कड़ा कार्रवाई करने की मांग की है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और पुलिस सहयोग करने की अपील की है।

इस घटना ने छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में राजनीतिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।