सिहावा अंचल का ऐतिहासिक देव दशहरा पर्व संपन्न, मल्हारी में ठाकुरदेव की पूजा-अर्चना के साथ हुआ समापन
सिहावा अंचल का पारंपरिक देव दशहरा पर्व मल्हारी स्थित ठाकुरदेव जी महाराज के धराधाम में विधि-विधान से पूजा-अर्चना और प्रसाद वितरण के साथ संपन्न हुआ। अंचल के प्रथम पुज्य ठाकुरदेव की महिमा में डूबे श्रद्धालुओं ने बड़े हर्ष और उल्लास से इस ऐतिहासिक पर्व को मनाया।

UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, सिहावा। सिहावा अंचल का ऐतिहासिक एवं आस्था से जुड़ा देव दशहरा पर्व इस वर्ष भी पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ संपन्न हुआ। अंचल के प्रथम पुज्य एवं सर्वोपरि आराध्य ठाकुरदेव जी महाराज के धराधाम मल्हारी में यह पारंपरिक आयोजन संपन्न हुआ, जिसमें अंचल के सैकड़ों श्रद्धालु और गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत पुजारी बाबा पुज्य विजय कौशल जी के द्वारा विधि-विधान से ठाकुरदेव की पूजा-अर्चना से हुई। इस दौरान ठाकुरदेव समिति, मां जगतारनी शीतला समिति सिहावा, भुमकाल गण सिहावा अंचल और समस्त ग्रामवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। पूजा-अर्चना के बाद प्रसाद वितरण कर देव दशहरा पर्व का समापन किया गया।
ठाकुरदेव जी: सिहावा अंचल के सर्वोच्च आराध्य
कार्यक्रम के दौरान पुजारी चैन सिंह कौशल जी ने जानकारी देते हुए बताया कि पुज्य ठाकुरदेव जी महाराज सिहावा अंचल के सर्वोच्च आराध्य हैं, जिनकी पूजा परंपरा अंग्रेजों के आगमन से भी पहले से चली आ रही है।
उन्होंने कहा कि “अंग्रेज भी ठाकुरदेव जी के प्रभुत्व से भयभीत रहते थे। अंचल के सभी आराध्य देव उनके आदेशानुसार कार्य करते हैं और उनकी अगुवाई में ही पूजा-अर्चना होती है। इसी कारण मल्हारी में नवरात्रि के दौरान दीप प्रज्वलन और देवी पूजन वर्जित है।”
उन्होंने आगे कहा कि ठाकुरदेव जी की महिमा और उनकी कृपा का वर्णन शब्दों में संभव नहीं है। “बाबाजी सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं।”
प्रमुख नागरिकों की रही गरिमामय उपस्थिति
देव दशहरा पर्व में सिहावा अंचल के कई प्रबुद्ध नागरिक एवं सामाजिक प्रतिनिधि शामिल हुए। इनमें प्रमुख रूप से मगाऊ राम बरबंधा, अरविंद नेताम, शंकर लाल पटेल, हीरालाल नेताम, कलम सिंह पवार, बलदेव निषाद, अंजोर सिंह निषाद, रामप्रसाद मरकाम, कुलेश्वर पटेल, ईश्वर निषाद, लिलंबर शेष, गणेश सूर्यवंशी, कोमल गादुल, हुलास राम सोम, श्याम शंकर सोम, सालिक चंद्रवंशी, राकेश बिसेन, बृजभूषण नागवंशी, दिलीप सोम सहित ग्राम पंचायत मल्हारी के सरपंच और ग्रामीणजन उपस्थित थे।
सभी उपस्थितजनों ने अंचल के समस्त आराध्य देवताओं का पूजन-अर्चन कर देव दशहरा पर्व को पारंपरिक लोक रीति-रिवाज और उत्साह के साथ मनाया।
धार्मिक मान्यता:
सिहावा अंचल का देव दशहरा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति, सामाजिक एकता और परंपरा का भी प्रतीक है। इस पर्व में ठाकुरदेव जी की पूजा को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है, जो पूरे क्षेत्र में आस्था का केंद्र माने जाते हैं।