कफ सिरप से बच्चों की मौत: मध्य प्रदेश और राजस्थान में हड़कंप, बिक्री पर रोक, जांच के लिए सैंपल भेजे
मध्य प्रदेश और राजस्थान में कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत के मामले सामने आने के बाद दवा की बिक्री पर रोक लगाई गई है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और राज्य ड्रग कंट्रोल एजेंसियों द्वारा सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जयपुर की कायसन फार्मा कंपनी के सिरप के विवादित बैच पर रोक लगाई गई है।

UNITED NEWS OF ASIA. मध्य प्रदेश और राजस्थान में खांसी की सिरप पीने से कई बच्चों की मौत के मामले ने चिंता और हड़कंप मचा दिया है। छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश में 6 बच्चों की किडनी फेल होने के कारण मौत हुई, जबकि राजस्थान के सीकर जिले में भी एक बच्चे की मौत हुई। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) और राज्य ड्रग कंट्रोल एजेंसियां मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में जुटी हैं और सैंपल लिए गए हैं।
दवाओं के नमूनों की जांच राज्य ड्रग अथॉरिटी द्वारा की जा रही है। पानी, मच्छरों से जुड़ी एंटोमोलॉजिकल जांच और दवा की जांच अलग-अलग एजेंसियों द्वारा की जा रही है। सभी रिपोर्ट राज्य के अधिकारियों के साथ साझा की जाएंगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, जिस सिरप से बच्चों की मौत हुई, उसकी सप्लाई इस साल जून से शुरू हुई थी। यह सिरप जयपुर की कायसन फार्मा कंपनी द्वारा निर्मित किया गया है। कंपनी का रिकॉर्ड पहले भी विवादों में रहा है। 5 अक्टूबर 2023 को कंपनी के बैच KL-22/359 को नॉट ऑफ स्टैंडर्ड घोषित किया गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए आरएमएससीएल ने सभी बैच की सप्लाई पर रोक लगा दी है। दो बैच की जांच कराई जा रही है और बाकी 19 बैचों पर भी रोक लागू की गई है। स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट आने पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।