US Shutdown: ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका में फेडरल शटडाउन, हर दिन 8800 करोड़ रुपये का नुकसान
अमेरिका में 1 अक्टूबर से फेडरल शटडाउन शुरू हुआ, जिससे 8,00,000 कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा गया और हर दिन लगभग 8,800 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हो रहा है। लंबे शटडाउन से अमेरिकी अर्थव्यवस्था और सामाजिक सेवाओं पर गंभीर असर पड़ सकता है।

UNITED NEWS OF ASIA. वाशिंगटन। अमेरिका में 1 अक्टूबर 2025 की रात 12:01 बजे से सरकार का फेडरल शटडाउन शुरू हो गया, क्योंकि संसद (Congress) बजट बिल पारित नहीं कर सकी। यह पिछले 7 वर्षों का पहला फेडरल शटडाउन है। इस कारण करीब 8,00,000 केंद्रीय कर्मचारियों को फर्लो (अवकाश पर) भेजा गया है, जबकि 4,25,000 कर्मचारियों को बिना वेतन काम करना पड़ रहा है।
शटडाउन का असर अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी गंभीर रूप से पड़ा है। ग्रेगरी की रिपोर्ट के अनुसार, हर हफ्ते लगभग 7 बिलियन डॉलर का नुकसान हो रहा है, यानी प्रतिदिन लगभग 1 बिलियन डॉलर का नुकसान, जो वर्तमान डॉलर-रुपये विनिमय दर (88.76) के अनुसार लगभग 8,876 करोड़ रुपये के बराबर है।
व्हाइट हाउस की आर्थिक सलाहकार समिति (CEA) का अनुमान है कि यदि शटडाउन एक महीने तक चलता है, तो हर हफ्ते 15 बिलियन डॉलर का नुकसान होगा और लगभग 43,000 लोग बेरोजगार हो सकते हैं। लंबे समय तक शटडाउन अमेरिकी उपभोक्ता खर्च में कमी, सामाजिक सुरक्षा, हवाई यात्रा और गरीब परिवारों को मिलने वाली खाद्य सहायता जैसी सेवाओं को प्रभावित करेगा।
इतिहास में देखें तो 2018-19 में करीब 35 दिन तक चला आंशिक शटडाउन अमेरिका के लिए भारी साबित हुआ था। उस दौरान 11 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था, जिसमें 3 बिलियन डॉलर स्थाई नुकसान शामिल था।
अमेरिकी न्यायपालिका फिलहाल 17 अक्टूबर तक सामान्य रूप से काम कर सकती है। इसके बाद बजट न बनने पर न्यायिक सेवाओं में भी बाधा आ सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि शटडाउन के बाद कर्मचारियों को बकाया वेतन मिलने के बावजूद इसका प्रभाव लंबे समय तक अमेरिकी अर्थव्यवस्था और लोगों के भरोसे पर बना रहेगा।
अमेरिका इस समय आर्थिक अनिश्चितता और कर्मचारियों की बेरोजगारी जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है, और शटडाउन के लगातार लंबा खिंचने की स्थिति में यह नुकसान और बढ़ सकता है।