इंदौर में बिल्डर की निर्मम हत्या, मंत्री विजयवर्गीय का समर्थक था मृतक

इंदौर में तीन दिन पुरानी रंजिश के चलते बदमाशों ने बिल्डर अंकित राठौर की चाकू मारकर हत्या कर दी। मृतक मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का समर्थक था, पुलिस जांच में जुटी।

Oct 18, 2025 - 13:25
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इंदौर में बिल्डर की निर्मम हत्या, मंत्री विजयवर्गीय का समर्थक था मृतक

UNITED NEWS OF ASIA. इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में देर रात एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। मल्हारगंज थाना क्षेत्र के तेलीबाखल इलाके में अज्ञात बदमाशों ने एक बिल्डर की चाकू मारकर निर्मम हत्या कर दी। मृतक की पहचान अंकित राठौर के रूप में हुई है, जो भाजपा के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के करीबी समर्थक बताए जा रहे हैं। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार, अंकित राठौर रात के समय किसी काम से घर लौट रहे थे। इसी दौरान घात लगाए बैठे कुछ लोगों ने उन पर चाकू से एक के बाद एक कई वार कर दिए। घटना स्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों ने शोर सुनकर मौके पर पहुंचकर घायल अंकित को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल से खून के धब्बे और कुछ साक्ष्य एकत्र किए हैं।

प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि मृतक का तीन दिन पहले कुछ लोगों से विवाद हुआ था। यह विवाद एक प्रॉपर्टी डील से जुड़ा बताया जा रहा है। पुलिस को आशंका है कि इसी रंजिश के चलते यह हत्या की गई। फिलहाल पुलिस ने हत्या का मामला आईपीसी की धारा 302 और 34 के तहत दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है।

मृतक अंकित राठौर न केवल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में सक्रिय थे, बल्कि वे राजनीतिक रूप से भी भाजपा से जुड़े हुए थे। वे मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के समर्थक के रूप में पहचाने जाते थे और स्थानीय पार्टी कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभाते थे। हत्या की खबर सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है।

मल्हारगंज पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों की पहचान के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। साथ ही अंकित के परिचितों और विवाद से जुड़े लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या की साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा।

यह घटना न केवल शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है बल्कि इंदौर में बढ़ते आपराधिक घटनाओं पर भी चिंता व्यक्त की जा रही है।