कलेक्टर मृणाल मीना के निर्देश पर बालाघाट में सरकारी डॉक्टरों के निजी क्लीनिक सील, अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी

बालाघाट जिले में कलेक्टर मृणाल मीना के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सरकारी चिकित्सकों द्वारा संचालित निजी क्लीनिकों पर बड़ी कार्रवाई की। जांच में डॉ. श्रद्धा बारमाटे और डॉ. स्वाति मेश्राम के क्लीनिकों में नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर दोनों क्लीनिक सील कर दिए गए और अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव शासन को भेजा गया।

Oct 30, 2025 - 20:05
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कलेक्टर मृणाल मीना के निर्देश पर बालाघाट में सरकारी डॉक्टरों के निजी क्लीनिक सील, अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी

UNITED NEWS OF ASIA. सायमा नाज़, बालाघाट। कलेक्टर मृणाल मीना के सख्त निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को सरकारी चिकित्सकों द्वारा संचालित निजी क्लीनिकों पर बड़ी कार्रवाई की। शासन के नियमों का उल्लंघन करने वाले इन क्लीनिकों को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया है।

 

निरीक्षण दल ने 30 अक्टूबर को जिला चिकित्सालय की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रद्धा बारमाटे और सिविल अस्पताल वारासिवनी की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. स्वाति मेश्राम के निजी क्लीनिकों पर छापेमारी की। जांच के दौरान दोनों क्लीनिकों में उपचार संबंधी उपकरण, रजिस्टर, मरीजों की जानकारी एवं अन्य चिकित्सा सामग्री पाई गई। सरकारी सेवा में रहते हुए निजी क्लीनिक संचालन को नियमों का गंभीर उल्लंघन माना गया है।

 

स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए दोनों क्लीनिकों को तत्काल सील कर दिया और उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार कर राज्य शासन को भेजा है।

सूत्रों के अनुसार, डॉ. श्रद्धा बारमाटे के क्लीनिक से माइनर ऑपरेशन से संबंधित सामग्री जब्त की गई है। साथ ही उनके परामर्श कक्ष से आशा कार्यकर्ताओं की सूची भी बरामद हुई है। प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि वे कुछ आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को अपने निजी क्लीनिक में बुलवाकर प्रसव करवाती थीं। स्वास्थ्य विभाग इस मामले की गहन जांच कर रहा है।

 

कलेक्टर मृणाल मीना ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार किसी भी सरकारी चिकित्सक द्वारा निजी क्लीनिक संचालन सख्त वर्जित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकारी सेवाओं की गरिमा और पारदर्शिता बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है, और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

इस कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। जिले के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों एवं चिकित्सकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे शासन की सेवा शर्तों का कड़ाई से पालन करें।

स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन की इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है, जिससे आम जनता को गुणवत्तापूर्ण और निष्पक्ष चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।