सेवा पखवाड़ा के तहत दुर्ग में ‘टीबी मुक्त अभियान’ तेज़, मोबाइल यूनिट से गांव-गांव पहुंच रही स्वास्थ्य टीम
दुर्ग जिले में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ द्वारा ‘निक्षय निरामय टीबी मुक्त अभियान’ के तहत सेवा पखवाड़ा (17 सितंबर से 2 अक्टूबर) के दौरान व्यापक स्वास्थ्य जांच एवं जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। गांवों और शहरी इलाकों में मोबाइल स्वास्थ्य यूनिट के माध्यम से एचआईवी, टीबी, सिकलीन, बीपी, शुगर आदि की जांच कर परामर्श और दवाई वितरण किया जा रहा है। साथ ही पौष्टिक आहार, आयुष्मान कार्ड के लाभ और पोलियो ड्रॉप्स जैसे टीकाकरण की जानकारी भी दी जा रही है।

UNITED NEWS OF ASIA. रोहितास सिंह भुवाल, दुर्ग | छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा संचालित ‘निक्षय निरामय टीबी मुक्त अभियान’ को लेकर प्रदेशभर में सेवा पखवाड़ा (17 सितम्बर से 2 अक्टूबर) के दौरान व्यापक स्वास्थ्य जागरूकता और जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य टीबी जैसी गंभीर बीमारियों को जड़ से खत्म करना और ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाना है।
सेवा पखवाड़ा के तहत “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” थीम पर विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा एचआईवी, टीबी, सिकलीन, बीपी और शुगर जैसी प्रमुख बीमारियों की जांच की जा रही है। साथ ही मरीजों को मुफ्त परामर्श, दवाई वितरण और आगे के इलाज की जानकारी दी जा रही है।
इसके अलावा लोगों को पौष्टिक आहार के महत्व, आयुष्मान भारत कार्ड से मिलने वाली निःशुल्क इलाज सुविधाओं, और पोलियो ड्रॉप्स टीकाकरण के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने विशेष रूप से मोबाइल हेल्थ यूनिट को गांव-गांव भेजकर घर-घर स्वास्थ्य जांच और परामर्श देने की व्यवस्था की है।
जिला जनपद पंचायत दुर्ग में भी मोबाइल यूनिट द्वारा लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सलाह दी गई। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य न केवल टीबी को समाप्त करना है, बल्कि आम जनमानस को विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरूक करना और प्राथमिक स्तर पर जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है।