हाई स्कूल छुही में साइकिल पाकर छात्राओं के खिले चेहरे, अब नई ऊर्जा से करेंगी पढ़ाई
धमतरी जिले के शासकीय हाई स्कूल छुही में निशुल्क सरस्वती साइकिल योजना के तहत 9वीं कक्षा की 16 छात्राओं को साइकिल वितरित की गई। साइकिल पाकर छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे और उन्होंने नई ऊर्जा के साथ पढ़ाई करने का संकल्प लिया। जिला पंचायत सदस्य अजय सूर्यवंशी और अतिथियों ने छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें शिक्षा और जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, धमतरी। शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं को सशक्त बनाने और उनके भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में शासन की योजनाएं लगातार नई ऊंचाइयां छू रही हैं। इसी क्रम में धमतरी जिले के शासकीय हाई स्कूल छुही में निशुल्क सरस्वती साइकिल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा 9वीं में अध्ययनरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग की कुल 16 पात्र छात्राओं को साइकिल वितरित की गई।
साइकिल प्राप्त करते ही छात्राओं के चेहरों पर खुशी झलक उठी। उन्होंने कहा कि अब वे नई साइकिल के साथ नई ऊर्जा और जोश से पढ़ाई करेंगी।
संस्था की प्राचार्य अर्चना नेताम ने जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना बालिकाओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने और विद्यालय तक उनकी पहुंच आसान बनाने के उद्देश्य से चलाई जा रही है।
मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति अजय सूर्यवंशी ने सभी छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “शासन द्वारा आपको सभी संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। अब आपकी जिम्मेदारी है कि नियमित रूप से विद्यालय आएं, मेहनत करें और हर क्षेत्र में आगे बढ़ें।”
इस अवसर पर ग्राम पंचायत सरपंच माहेश्वरी ध्रुव, उप सरपंच यामिनी सिन्हा, शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष शुभम यदु, जनपद पंचायत सदस्य अजय ध्रुव, विधायक प्रतिनिधि रोहित दास मानिकपुरी, ग्राम प्रमुख शत्रुघ्न साहू समेत अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में व्याख्याता कलाराम गंगेश, नरेश कुमार गांवरे, दीपिका देवांगन, विज्ञान सहायक शिक्षक नर्मदा साहू, सहायक ग्रेड-2 चेमन लाल साहू, सहायक ग्रेड-3 त्रिलोचन साहू, भृत्य मोंगरा ध्रुव सहित विद्यालय के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
यह साइकिल वितरण कार्यक्रम न केवल शिक्षा के प्रति छात्राओं की रुचि को बढ़ाएगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में भी अहम कदम साबित होगा।