खण्डसरा में कुष्ठ विकृति सुधार शिविर का सफल आयोजन, मरीजों को निःशुल्क सेल्फ-केयर किट और MCR चप्पल वितरित
बेमेतरा के खण्डसरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुष्ठ विकृति सुधार शिविर आयोजित, 07 मरीजों को उपचार की जानकारी दी गई, निःशुल्क सेल्फ-केयर किट और MCR चप्पल वितरित।

UNITED NEWS OF ASIA. अरुण पुरेना, बेमेतरा। छत्तीसगढ़ रजत जयंती के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा खण्डसरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में कुष्ठ पीड़ित लोगों के लिए कुष्ठ विकृति सुधार शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमृत लाल रोहलेडर के निर्देशानुसार, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. शरद कोहाड़े के मार्गदर्शन में तथा बीपीएम पंकज आड़ील के नेतृत्व में 16 अक्टूबर 2025 को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
शिविर में क्षेत्र के उन लोगों ने भाग लिया, जिनमें कुष्ठ के लक्षण दिखाई दे रहे थे। कुल 07 मरीजों, जिनमें ग्रेड 02 विकृति वाले शामिल थे, को जल-तेल उपचार विधि के माध्यम से उपचार की जानकारी दी गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें दिनचर्या, संक्रमण नियंत्रण और विकृति प्रबंधन के तरीकों के बारे में विस्तार से मार्गदर्शन दिया।
इसके साथ ही सभी मरीजों को निःशुल्क एमसीआर (माइक्रो सेल्यूलर रबर) चप्पल, टब और सेल्फ-केयर किट प्रदान की गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने मरीजों को किट के उपयोग और देखभाल की विधि समझाई, ताकि वे नियमित देखभाल के माध्यम से स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकें।
शिविर में स्वास्थ्य विभाग के डॉ. टिकेश्वर ध्रुव, डॉ. आनंद निर्मलकर, बीपीएम पंकज आड़ील, बीईटीओ प्रकाश भारती, एनएमए राजेंद्र कुमार गनबेर के साथ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सक्रिय रूप से सेवा में उपस्थित रहे। उनके समन्वित प्रयासों से सभी मरीजों को आवश्यक चिकित्सीय मार्गदर्शन और सहायक सामग्री मुहैया कराई गई।
इस शिविर से न केवल मरीजों को सीधे स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हुए, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता और उपचार के प्रति जागरूकता भी मिली। शिविर का आयोजन क्षेत्र में कुष्ठ रोग के प्रभावी प्रबंधन, विकृति सुधार और रोगियों के सामाजिक एवं स्वास्थ्य सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना गया।
स्वास्थ्य अधिकारी और स्थानीय प्रशासन ने इस पहल को छत्तीसगढ़ रजत जयंती के अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक सकारात्मक और सराहनीय प्रयास बताया। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगे भी ऐसे शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे, ताकि क्षेत्र के रोगियों को समय पर उपचार और सहायता मिलती रहे।