प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया आईआईटी भिलाई फेज-2 परियोजना का वर्चुअल शिलान्यास, 1000 करोड़ से अधिक की लागत से होगा विकास
दुर्ग, छत्तीसगढ़ में आईआईटी भिलाई परिसर के फेज-2 परियोजना का वर्चुअल शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उड़ीसा से किया। 1000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली इस परियोजना में छात्रावास, मेस हॉल, खेल परिसर, स्वास्थ्य केंद्र और कई आधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। शिलान्यास समारोह में तकनीकी शिक्षा मंत्री गुरु खुशवंत साहेब और अहिवारा विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा विशेष रूप से उपस्थित रहे।

UNITED NEWS OF ASIA. रोहितास सिंह भुवाल, दुर्ग | महाप्रभु श्रीजगन्नाथ की पवित्र भूमि उड़ीसा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) भिलाई के फेज-2 परियोजना का वर्चुअल शिलान्यास किया। यह परियोजना तकनीकी शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में प्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
शिलान्यास समारोह के स्वर्णिम क्षण में छत्तीसगढ़ शासन के तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार मंत्री गुरु खुशवंत साहेब और अहिवारा विधायक राजमहंत डोमनलाल कोर्सेवाड़ा विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस मौके पर भाजपा पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, प्रबुद्धजन, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के अधिकारी, प्राध्यापकगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे।
तकनीकी शिक्षा के विस्तार में ऐतिहासिक कदम
मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा आईआईटी भिलाई फेज-2 परियोजना का शिलान्यास न केवल देश बल्कि छत्तीसगढ़ के लिए भी गौरव की बात है। इस परियोजना से प्रदेश में तकनीकी शिक्षा का व्यापक विस्तार होगा और नवाचार को नई दिशा मिलेगी।
उन्होंने कहा, “यह केवल एक निर्माण परियोजना नहीं है, बल्कि युवाओं के भविष्य को मजबूत करने और भारत को वैश्विक तकनीकी शक्ति बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
फेज-2 परियोजना: आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा कैंपस
लगभग 1000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित होने वाली इस परियोजना में अनेक अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं, जिनमें —
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छात्रावास एवं मेस हॉल
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इनडोर खेल परिसर
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ओपन एयर थिएटर
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कैंटीन और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स
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क्रिकेट, फुटबॉल और हॉकी मैदान
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टेनिस कोर्ट
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आधुनिक आवासीय भवन
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अत्याधुनिक स्वास्थ्य केंद्र
इस परियोजना से न केवल परिसर का विस्तार होगा बल्कि छात्रों के लिए बेहतर शिक्षण वातावरण और सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
भविष्य की दिशा: तकनीकी नवाचार और रोजगार सृजन
फेज-2 परियोजना पूर्ण होने के बाद आईआईटी भिलाई न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे भारत में तकनीकी अनुसंधान, स्टार्टअप्स, नवाचार और उद्योग-सहयोग का प्रमुख केंद्र बन जाएगा। यह परियोजना युवाओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी।
आईआईटी भिलाई फेज-2 परियोजना छत्तीसगढ़ को तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान का हब बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगी, जो आने वाले वर्षों में प्रदेश के विकास को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी।