खैरागढ़ में माता रानी विसर्जन ने रचा इतिहास, दशहरे से भी ज्यादा उमड़ा जनसैलाब

संगीत नगरी खैरागढ़ में इस वर्ष माता रानी के विसर्जन समारोह ने इतिहास रच दिया। विजयादशमी के दूसरे दिन सुबह से शाम तक नगर में श्रद्धालुओं का अभूतपूर्व जनसैलाब उमड़ा जिसने दशहरे की भीड़ का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया। नगर के सभी वार्डों से निकली मां दुर्गा और मां सरस्वती की प्रतिमाएं आकर्षक झांकियों, जस गीतों और डीजे की धुनों के साथ नगर भ्रमण करती हुई दाऊचौरा रपटा घाट पहुंचीं, जहां विधि-विधान से विसर्जन किया गया। पूरे शहर में भक्तिमय माहौल छाया रहा और आसपास के गांवों से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। श्रद्धा और उमंग का ऐसा दृश्य नगरवासियों के लिए ऐतिहासिक बन गया।

Oct 4, 2025 - 11:03
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खैरागढ़ में माता रानी विसर्जन ने रचा इतिहास, दशहरे से भी ज्यादा उमड़ा जनसैलाब

UNITED NEWS OF ASIA. मनोहर सेन, खैरागढ़। संगीत नगरी खैरागढ़ में इस वर्ष माता रानी के विसर्जन ने नया इतिहास रच दिया। विजयादशमी के दूसरे दिन नगर के सभी वार्डों से निकली मां दुर्गा और मां सरस्वती की प्रतिमाएं आकर्षक झांकियों, साउंड सिस्टम और जस गीतों की गूंज के साथ नगर भ्रमण करती हुई दाऊचौरा रपटा घाट पहुंचीं, जहां भक्तों ने विधि-विधान से विसर्जन किया।

सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक श्रद्धालुओं का जनसैलाब नगर में उमड़ता रहा। इस वर्ष की भीड़ ने दशहरे के दिन जुटे आंकड़ों को भी पीछे छोड़ दिया। गलियां, चौक-चौराहे और मुख्य मार्ग जयकारों और भक्ति रस से सराबोर हो गए।

नगर भ्रमण के दौरान सजी-धजी प्रतिमाओं के साथ निकली झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र बनीं। जगह-जगह भक्त मंडलियों ने जस गीतों की प्रस्तुति दी, महिलाएं और युवा डीजे की धुनों पर नाचते नजर आए। पूरा शहर माता रानी के जयघोषों से गूंज उठा।

विसर्जन में नगरवासियों के साथ-साथ आसपास के गांवों से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। श्रद्धा, उत्साह और उमंग का यह संगम खैरागढ़ के धार्मिक इतिहास में अब तक का सबसे भव्य आयोजन साबित हुआ।