बच्चों से भरी स्कूल बस पुल से नीचे गिरी, बड़ा हादसा टला

विदिशा जिले के गंज बासौदा के पास भोपाल–अशोकनगर मार्ग पर एक निजी स्कूल की बस सागर्ड नदी के पुल से नीचे गिर गई। बस में करीब 45 बच्चे सवार थे, जिनमें 12 से 15 बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए हैं। गनीमत रही कि हादसे में किसी की जान नहीं गई। प्रारंभिक जांच में बस चालक की लापरवाही सामने आ रही है।

Dec 14, 2025 - 13:46
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बच्चों से भरी स्कूल बस पुल से नीचे गिरी, बड़ा हादसा टला

 UNITED NEWS OF ASIA. जुनेद अहम्मद, विदिशा | जिले के गंज बासौदा क्षेत्र में रविवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब बच्चों से भरी एक निजी स्कूल की बस सागर्ड नदी के पुल से नीचे जा गिरी। यह दुर्घटना भोपाल–अशोकनगर मुख्य मार्ग पर उस समय हुई, जब स्कूल बस एक अन्य वाहन को ओवरटेक करने का प्रयास कर रही थी। ओवरटेक के दौरान बस चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिससे बस सीधे पुल से नीचे जा गिरी।

हादसे के वक्त बस में लगभग 45 स्कूली बच्चे सवार थे। दुर्घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया और पुलिस व प्रशासन को सूचना दी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस हादसे में 12 से 15 बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि अन्य बच्चों को हल्की चोटें आई हैं। सभी घायलों को तत्काल उपचार के लिए गंज बासौदा के राजीव गांधी चिकित्सालय ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद कुछ गंभीर रूप से घायल बच्चों को विदिशा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।

गनीमत की बात यह रही कि बस के पुल से नीचे गिरने के बावजूद किसी भी बच्चे या बस स्टाफ की जान नहीं गई। यदि बस की गति और अधिक होती या नदी में पानी का स्तर ऊंचा होता, तो यह हादसा और भी भयावह हो सकता था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस तेज रफ्तार में थी और चालक ने लापरवाहीपूर्वक ओवरटेक करने का प्रयास किया, जिससे संतुलन बिगड़ गया। प्रथम दृष्टया हादसे के लिए बस चालक की लापरवाही को जिम्मेदार माना जा रहा है। पुलिस द्वारा बस चालक से पूछताछ की जा रही है और स्कूल प्रबंधन की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

घटना के बाद अभिभावकों में भारी चिंता और आक्रोश देखा गया। कई अभिभावक अस्पताल पहुंचे और बच्चों की स्थिति की जानकारी ली। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी और हादसे के कारणों की गहन जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह घटना एक बार फिर स्कूल वाहनों की सुरक्षा, चालकों की सतर्कता और यातायात नियमों के पालन पर गंभीर सवाल खड़े करती है। समय रहते राहत कार्य शुरू होने और स्थानीय लोगों की मदद से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह चेतावनी जरूर है कि भविष्य में ऐसी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।