स्किन डिजीज की नकली दवाओं का बड़ा खुलासा, गाजियाबाद में फर्जी फैक्ट्री का भंडाफोड़

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गाजियाबाद के लोनी इलाके में चल रही नकली दवा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। फैक्ट्री में स्किन रोगों की नकली दवाएं बनाकर बड़ी कंपनियों के लेबल लगाए जा रहे थे और इन्हें पूरे नॉर्थ इंडिया में सप्लाई किया जा रहा था। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर नेटवर्क की जांच शुरू कर दी है।

Dec 14, 2025 - 13:53
 0  6
स्किन डिजीज की नकली दवाओं का बड़ा खुलासा, गाजियाबाद में फर्जी फैक्ट्री का भंडाफोड़

 UNITED NEWS OF ASIA. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकली दवाओं के अवैध कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद के लोनी इलाके में संचालित एक फर्जी दवा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। यह फैक्ट्री स्किन से जुड़ी बीमारियों की नकली दवाएं तैयार कर रही थी, जिन पर नामी-गिरामी फार्मा कंपनियों के असली जैसे दिखने वाले लेबल लगाए जाते थे। इन नकली दवाओं की सप्लाई दिल्ली, एनसीआर सहित पूरे नॉर्थ इंडिया में की जा रही थी।

पुलिस के अनुसार, लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में नकली दवाओं का संगठित नेटवर्क सक्रिय है। इस इनपुट के आधार पर क्राइम ब्रांच ने तकनीकी निगरानी और खुफिया तंत्र के जरिए जांच शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि नकली दवाओं की सप्लाई दिल्ली के सदर बाजार समेत कई बड़े दवा बाजारों में की जा रही है, जहां से ये दवाएं आगे अन्य राज्यों तक पहुंचाई जाती थीं।

छापेमारी के दौरान पुलिस ने फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में नकली स्किन डिजीज की दवाएं, कच्चा माल, पैकिंग मशीन, लेबल, डिब्बे और अन्य उपकरण बरामद किए हैं। फैक्ट्री में तैयार की जा रही दवाओं की पैकिंग हूबहू असली दवाओं जैसी थी, जिससे आम ग्राहक आसानी से धोखा खा जाए। यह नकली दवाएं न केवल आर्थिक अपराध हैं, बल्कि लोगों की सेहत के साथ गंभीर खिलवाड़ भी हैं।

इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी फैक्ट्री का मालिक बताया जा रहा है, जो नकली दवाओं के निर्माण का काम देखता था, जबकि दूसरा आरोपी इन दवाओं की सप्लाई और वितरण नेटवर्क को संभालता था। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, ताकि इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों, सप्लाई चैन और वित्तीय लेन-देन का खुलासा किया जा सके। पुलिस को आशंका है कि इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह नेटवर्क काफी समय से सक्रिय था और इससे जुड़े लोग भारी मुनाफा कमा रहे थे। मामले में ड्रग कंट्रोल विभाग को भी सूचित किया गया है और संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

इस खुलासे के बाद लोगों से अपील की गई है कि वे केवल अधिकृत मेडिकल स्टोर से ही दवाएं खरीदें और किसी भी संदिग्ध दवा, पैकिंग या लेबल की जानकारी तुरंत पुलिस या ड्रग कंट्रोल अधिकारियों को दें। नकली दवाओं का यह कारोबार न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि आम जनता के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा है।