दिल्ली विश्वविद्यालय में HOD पर यौन उत्पीड़न का आरोप, ABVP ने निष्पक्ष जांच की मांग की

दिल्ली विश्वविद्यालय में एक छात्रा ने अपने विभाग के HOD और प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कैंपस में भारी चिंता का विषय बन गया है। ABVP ने इस प्रकरण की निष्पक्ष, पारदर्शी और स्वतंत्र जांच की मांग की है।

Dec 14, 2025 - 14:02
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दिल्ली विश्वविद्यालय में HOD पर यौन उत्पीड़न का आरोप, ABVP ने निष्पक्ष जांच की मांग की

 UNITED NEWS OF ASIA. दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में एक छात्रा द्वारा अपने विभाग के HOD और प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद पूरे कैंपस में हड़कंप मच गया है। छात्रा द्वारा साझा किया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण मामला और अधिक संवेदनशील बन गया है। वीडियो में छात्रा ने न केवल व्यक्तिगत उत्पीड़न के अनुभव का उल्लेख किया है, बल्कि विश्वविद्यालय प्रशासन पर दबाव बनाने और अन्यायपूर्ण व्यवहार के भी आरोप लगाए हैं।

इस मामले को लेकर ABVP ने कड़ा रुख अपनाया है और विश्वविद्यालय प्रशासन से तुरंत निष्पक्ष और पारदर्शी जांच कराने की मांग की है। संगठन का कहना है कि बिना किसी पक्षपात के जांच कराना पीड़ित छात्रा के न्याय और विश्वविद्यालय की साख दोनों के लिए अत्यंत आवश्यक है। ABVP के दिल्ली प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि हाल के समय में ऐसे मामलों के बढ़ने से विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर गंभीर असर पड़ रहा है और छात्रों के बीच भय का माहौल भी पनप रहा है।

ABVP का मानना है कि सोशल मीडिया पर सामने आए तथ्यों की गहन जांच होनी चाहिए और विश्वविद्यालय प्रशासन को तुरंत उचित कदम उठाने चाहिए। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि मामला गंभीरता से नहीं लिया गया तो छात्राओं और छात्रों में असुरक्षा की भावना और बढ़ सकती है। साथ ही उन्होंने यह भी जोर दिया कि ऐसे मामलों में पारदर्शी जांच न केवल तत्काल न्याय सुनिश्चित करेगी बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में भी मदद करेगी।

विद्यार्थी संगठन ने प्रशासन से अपील की है कि इस प्रकरण में शामिल सभी पक्षों के बयानों को सुना जाए और जांच निष्पक्ष रूप से पूरी की जाए। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षित, सम्मानजनक और अनुकूल शैक्षणिक वातावरण बनाए रखना हर शैक्षणिक संस्था की जिम्मेदारी है।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने कैंपस में गहरी चर्चा छेड़ दी है। छात्राओं और छात्रों के लिए यह मामला चेतावनी का संकेत है कि यौन उत्पीड़न और किसी भी प्रकार की हिंसा को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। ABVP ने इस बात पर जोर दिया कि छात्राओं के हितों और सुरक्षा के लिए सभी प्रशासनिक कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके और विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियों का सामान्य और सुरक्षित संचालन सुनिश्चित हो सके।