देश के एकीकरण में सरदार पटेल का योगदान अतुलनीय: सांसद भोजराज नाग
बालोद में आयोजित यूनिटी मार्च कार्यक्रम में सांसद भोजराज नाग ने सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत के एकीकरण और राष्ट्र निर्माण में उनका योगदान अतुलनीय है। गंगा मैय्या मंदिर झलमला से प्रारंभ हुआ यह मार्च बालोद के विभिन्न मार्गों से होकर नया बस स्टैंड पर संपन्न हुआ। इस दौरान जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और नागरिकों ने राष्ट्रभक्ति के गीतों और नारों से देशभक्ति का माहौल बनाया।
UNITED NEWS OF ASIA. परस साहू, बालोद। भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री और लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर बालोद जिले में आज एक विशाल यूनिटी मार्च का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद भोजराज नाग ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद सैकड़ों रियासतों में बटे देश को एकीकृत कर वृहद भारत के निर्माण में सरदार पटेल का योगदान अतुलनीय रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी दूरदर्शिता, बुद्धिमता और दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण ही आज भारत एक सशक्त राष्ट्र के रूप में खड़ा है।
सांसद भोजराज नाग के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस यूनिटी मार्च की शुरुआत गंगा मैय्या मंदिर, झलमला से की गई, जहां अतिथियों ने पूजन-अर्चन के बाद यात्रा का शुभारंभ किया। यह मार्च झलमला, सिवनी, गंजपारा, सदर बाजार होते हुए नया बस स्टैंड बालोद तक पहुंचा। रास्ते भर छात्र-छात्राओं और नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर पदयात्रियों का स्वागत किया। राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत नारों और गीतों से पूरा वातावरण देशप्रेम से सराबोर हो गया।
मार्च के समापन अवसर पर आयोजित समारोह में सांसद भोजराज नाग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश आत्मनिर्भर भारत की दिशा में निरंतर अग्रसर है। उन्होंने लोगों से स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग और नशामुक्त जीवन अपनाने की अपील की। श्री नाग ने कहा कि नशा न केवल व्यक्ति को, बल्कि परिवार और समाज को भी कमजोर करता है, इसलिए इससे दूर रहना ही राष्ट्र सेवा का प्रतीक है।
इस अवसर पर राज्य लघु वनोपज संघ के उपाध्यक्ष यज्ञदत्त शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष तारणी चंद्राकर, पूर्व विधायक प्रीतम साहू, कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार पटेल सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत पौधारोपण भी किया गया।
यूनिटी मार्च ने न केवल सरदार पटेल के एकीकरण के संदेश को जन-जन तक पहुँचाया, बल्कि यह आयोजन राष्ट्रभक्ति, सामाजिक एकता और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प का प्रतीक बन गया।
