देव उठनी एकादशी पर शासकीय अवकाश घोषित किया जाए: मनोज सिंह ठाकुर की छत्तीसगढ़ सरकार से मांग
छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के पूर्व सदस्य एवं अधिवक्ता मनोज सिंह ठाकुर ने राज्य सरकार से 1 नवंबर 2025 को देव उठनी एकादशी के अवसर पर शासकीय अवकाश घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह पर्व धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और इसके माध्यम से परिवारों को एक साथ पूजा-अर्चना का अवसर मिलता है।
UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के पूर्व सदस्य एवं अधिवक्ता मनोज सिंह ठाकुर ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि आगामी 1 नवंबर 2025 को पड़ने वाली देव उठनी एकादशी के अवसर पर शासकीय अवकाश घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि छत्तीसगढ़ की संस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक भी है।
श्री ठाकुर ने अपने बयान में कहा कि देव उठनी एकादशी का दिन भगवान शालिग्राम और तुलसी विवाह के रूप में मनाया जाता है। इस दिन घर-घर में पूजा-अर्चना, व्रत, भजन-कीर्तन और पारिवारिक आयोजन किए जाते हैं। लोग अपने घरों और आंगनों को सजाते हैं तथा तुलसी विवाह का आयोजन पूरे उत्साह से करते हैं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में यह पर्व अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। गांवों से लेकर शहरों तक हर घर में तुलसी पूजन, दीपदान और धार्मिक आयोजन होते हैं। इस दिन लोग दिनभर उपवास रखते हैं और संध्या के समय तुलसी–शालिग्राम विवाह का आयोजन करते हैं।
श्री ठाकुर ने कहा कि यह पर्व लोगों को आध्यात्मिक शांति और पारिवारिक एकता का संदेश देता है। उन्होंने बताया कि यदि इस दिन शासकीय अवकाश घोषित किया जाता है, तो राज्य के नागरिक बिना किसी कार्यात्मक बाध्यता के श्रद्धापूर्वक इस पर्व को मना सकेंगे।
उन्होंने कहा, “देव उठनी एकादशी केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति और पारिवारिक परंपरा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। ऐसे अवसर पर अवकाश घोषित करना हमारी सांस्कृतिक जड़ों को सम्मान देने जैसा होगा।”
श्री ठाकुर ने आगे कहा कि इस मांग को लेकर वे राज्य सरकार को औपचारिक पत्र भी प्रेषित करेंगे ताकि इस पर शीघ्र निर्णय लिया जा सके। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए 1 नवंबर 2025 को शासकीय अवकाश की घोषणा करेगी।
