कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय में पहली बार पूर्व छात्र सम्मेलन, 100 से अधिक एलुमनाई हुए शामिल
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर में पहली बार एलुमनाई एसोसिएशन (KTUJMAA) द्वारा पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें 2007 से 2025 तक के 100 से अधिक पूर्व छात्र शामिल हुए। वृक्षारोपण, अनुभव साझा करने और नई समिति गठन के साथ कार्यक्रम ऐतिहासिक बना।

UNITED NEWS OF ASIA. अरुण पुरेना, रायपुर । कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर के लिए रविवार का दिन ऐतिहासिक रहा। कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय एलुमनाई एसोसिएशन (KTUJMAA) द्वारा पहली बार पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन कठाडीह परिसर में किया गया। यह आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य के 25वें स्थापना वर्षगांठ समारोह का हिस्सा था।
इस सम्मेलन में 2007 से लेकर 2025 तक के 100 से अधिक पूर्व छात्र शामिल हुए और अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय परिवार और पूर्व छात्रों ने साथ मिलकर न केवल यादें ताज़ा कीं बल्कि विश्वविद्यालय के भविष्य को संवारने के लिए सुझाव भी दिए।
मुख्य अतिथि एवं कुलपति महादेव कवरे (आईएएस) ने सम्मेलन को विश्वविद्यालय के इतिहास का महत्वपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने पूर्व छात्रों से आर्थिक सहयोग देने की अपील की और कहा कि पूर्व छात्र ही विश्वविद्यालय की असली ताकत हैं। कुलसचिव सुनील कुमार शर्मा ने भी सहयोग का आग्रह किया और पूर्व छात्र संघ को मजबूत बनाने पर बल दिया।
सम्मेलन में प्रोफेसर आशुतोष मंडावी ने आयोजन की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से विश्वविद्यालय और पूर्व छात्रों का रिश्ता और मजबूत होगा। वहीं, पूर्व छात्र डॉ. संजय शेखर, हनी बग्गा, अनंत वर्मा और राखी सहारे ने अपने संस्मरण साझा किए और सुझाव दिए।
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियां:
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"एक पेड़ माँ के नाम" अभियान के तहत प्रत्येक पूर्व छात्र ने पौधारोपण किया।
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टीवी स्टूडियो, रेडियो स्टेशन, पुस्तकालय और छात्रावास का भ्रमण कराया गया।
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पूर्व छात्रों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
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कार्यक्रम का समापन डीजे पार्टी के साथ हुआ।
KTUJMAA की नई कार्यकारिणी:
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अध्यक्ष: डॉ. के. एन. किशोर
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उपाध्यक्ष: पूनम दीवान, अभिषेक गोस्वामी, बलवंत खन्ना
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महासचिव: डॉ. बी. एन. पांडा
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कोषाध्यक्ष: विनोद सावंत
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संयुक्त सचिव: आकृति उपाध्याय
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संयुक्त कोषाध्यक्ष: लीनिमा साहू
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कार्यकारी सदस्य: देवव्रत भगत, संदीप प्रधान, टिकेश्वर पटेल, राजकुमार दास, गुलशन वर्मा, ग़ज़ल शर्मा
इस सम्मेलन ने विश्वविद्यालय को पूर्व छात्रों से जोड़ने की नई परंपरा की शुरुआत की, जिससे आने वाले वर्षों में संस्था और भी सशक्त होगी।