आदि कर्मयोगी अभियान: कबीरधाम के 275 ग्रामों का विकास विजन विशेष ग्राम सभाओं में हुआ पारित

भारत सरकार के महत्वाकांक्षी आदि कर्मयोगी अभियान के तहत कबीरधाम जिले के 275 ग्रामों में ग्राम विकास विजन-2030 विशेष ग्राम सभाओं में पारित किया गया। राज्य नोडल अधिकारी और वरिष्ठ आईपीएस एम. राज मुरूगन ने सुदूर वनांचल ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी आकांक्षाओं और जरूरतों को योजना का हिस्सा बनाया। स्वच्छ पेयजल, पक्की सड़कों, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा जैसी मूलभूत जरूरतों को विजन में शामिल किया गया है। यह अभियान केंद्र सरकार के 17 मंत्रालयों की 25 गतिविधियों को समाहित करते हुए आत्मनिर्भर और विकसित ग्रामों के निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम है।

Oct 3, 2025 - 17:19
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आदि कर्मयोगी अभियान: कबीरधाम के 275 ग्रामों का विकास विजन विशेष ग्राम सभाओं में हुआ पारित

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की दिशा में भारत सरकार के महत्वाकांक्षी आदि कर्मयोगी अभियान के तहत कबीरधाम जिले में एक ऐतिहासिक पहल की गई है। जिले के 275 ग्रामों का विकास विजन-2030 विशेष ग्राम सभाओं में पारित किया गया, जिनमें ग्रामीणों की आकांक्षाओं और जरूरतों को सीधे योजना में शामिल किया गया।

नोडल अधिकारी ने किया सीधा संवाद

गांधी और शास्त्री जयंती के अवसर पर बोड़ला विकासखंड के सुदूर वनांचल ग्राम पंचायत तितरी, बरेंडा और खारा में आयोजित विशेष ग्राम सभाओं में राज्य नोडल अधिकारी एवं ट्राईफेड के प्रबंध संचालक वरिष्ठ आईपीएस एम. राज मुरूगन विशेष रूप से शामिल हुए। उन्होंने ग्रामीणों से सीधे संवाद किया और वर्ष 2030 तक की ग्राम विकास कार्ययोजनाओं का बारीकी से निरीक्षण किया।

जमीन पर बैठकर बनी विकास योजना

ग्राम सभाएं एक अलग ही अंदाज में हुईं — अधिकारी और ग्रामीण एक साथ जमीन पर चौपाल में बैठे और विकास का रोडमैप तैयार किया। ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं और मांगें रखीं, जिनमें स्वच्छ पेयजल, पक्की सड़कों का निर्माण, प्राथमिक विद्यालयों में बेहतर सुविधाएं, 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं, महतारी सदन निर्माण, नदी पर पुल, निर्बाध बिजली आपूर्ति और नए ट्रांसफार्मर जैसी प्रमुख मांगें शामिल थीं।

ग्रामीणों की आकांक्षाओं से बनेगा विजन-2030

श्री मुरूगन ने कहा, “आदि कर्मयोगी अभियान का उद्देश्य है कि गांव की जरूरतें अब खुद ग्रामीण तय करें।” उन्होंने बताया कि विजन योजना में शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, आधारभूत ढांचा और परंपराओं के संरक्षण जैसे सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा। यह योजना केंद्र सरकार के 17 मंत्रालयों की 25 गतिविधियों को समाहित करती है।

कबीरधाम के 275 गांवों में से बोड़ला के 226, पंडरिया के 41, सहसपुर-लोहारा के 7 और कवर्धा ब्लॉक के 1 ग्राम को इस योजना में शामिल किया गया है।

तीन स्तंभों पर आधारित अभियान

जिला पंचायत सीईओ अजय त्रिपाठी ने बताया कि अभियान तीन प्रमुख स्तंभों पर आधारित है:

  1. आदि कर्मयोगी: अधिकारी जो योजनाओं का अभिसरण और उत्तरदायी वितरण सुनिश्चित करते हैं।

  2. आदि सहयोगी: शिक्षक, डॉक्टर, युवा और शिक्षित आदिवासी जो शिक्षा, स्वास्थ्य और नवाचार तक पहुंच बनाते हैं।

  3. आदि साथी: स्वयं सहायता समूह, ग्रामीण, जनजातीय बुजुर्ग और सामुदायिक सूत्रधार, जो परंपराओं और स्थानीय ज्ञान को संरक्षित करते हैं।

ग्रामीण विकास की नई दिशा

गांधी-शास्त्री जयंती पर आयोजित इन ग्राम सभाओं ने ग्रामीणों को न केवल अपनी आवाज उठाने का अवसर दिया, बल्कि उनकी आकांक्षाओं को भविष्य की विकास योजनाओं में सीधे शामिल भी किया। इन सभाओं में पंच-सरपंच, वरिष्ठजन, महिलाएं और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

आदि कर्मयोगी अभियान के तहत तैयार हो रहा विजन-2030 कबीरधाम को आत्मनिर्भरता और समग्र विकास की दिशा में नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला साबित होगा।