यासीन मलिक ने कोर्ट में खोले कई राज़, RSS नेताओं और शंकराचार्यों से मुलाकात का दावा; NIA ने मांगी फांसी

यासीन मलिक ने दिल्ली हाईकोर्ट में हलफनामे में RSS नेताओं और शंकराचार्यों से मुलाकात का दावा किया; NIA ने आतंकी फंडिंग मामले में फांसी की मांग की।

Sep 21, 2025 - 16:47
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यासीन मलिक ने कोर्ट में खोले कई राज़, RSS नेताओं और शंकराचार्यों से मुलाकात का दावा; NIA ने मांगी फांसी

UNITED NEWS OF ASIA. नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) प्रमुख और दोषी आतंकवादी यासीन मलिक ने हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल अपने हलफनामे में कई चौंकाने वाले दावे किए। मलिक ने बताया कि उसके राजनीतिक और धार्मिक संबंधों के चलते वह विभिन्न प्रभावशाली व्यक्तियों से मिलते रहे।

हलफनामे के अनुसार, मलिक ने RSS नेताओं के साथ 2011 में दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में पांच घंटे लंबी बैठक की। इसके अलावा उसने दावा किया कि दो अलग-अलग शंकराचार्य कई बार उसके श्रीनगर स्थित घर आए और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उसके साथ सार्वजनिक रूप से भी दिखाई दिया।

मलिक ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा घोषित ‘रामजान सीजफायर’ में अपनी भूमिका का भी जिक्र किया। उसने बताया कि उस समय उसे अजीत डोभाल और तत्कालीन खुफिया अधिकारियों के साथ मीटिंग करवाई गई, जिससे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद JKLF नेताओं और यूनाइटेड जिहाद काउंसिल के प्रमुख से संपर्क स्थापित हुआ।

इसके अलावा, मलिक ने दावा किया कि फरवरी 2006 में उसे तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने औपचारिक वार्ता के लिए बुलाया था, जिसमें मनमोहन सिंह ने कश्मीर मुद्दे के समाधान के प्रति गंभीरता जताई।

हालांकि, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 11 अगस्त को यासीन मलिक को आतंकी फंडिंग मामले में फांसी की मांग की है। सरकार का आरोप है कि मलिक ने पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के साथ मिलकर भारत की संप्रभुता को चुनौती दी। दिल्ली हाईकोर्ट ने मलिक को चार हफ्तों में जवाब दाखिल करने का समय दिया है और अगली सुनवाई 10 नवंबर को होगी।

साथ ही, यासीन की शादी पाकिस्तानी महिला मुशाल हुसैन से भी चर्चा का विषय बनी। कई जानकारों के अनुसार यह विवाह आईएसआई की साजिश का हिस्सा था, जिससे भारत पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने और यासीन को कश्मीर का प्रमुख नेता स्थापित करने का प्रयास किया गया।