राहुल गांधी का हरियाणा चुनाव पर बड़ा आरोप — ब्राजीलियन मॉडल की तस्वीर से फर्जी वोटिंग का दावा, चुनाव आयोग ने बताया ‘निराधार’
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा विधानसभा चुनाव में 25 लाख फर्जी वोटर होने का दावा किया और आरोप लगाया कि एक ब्राजीलियन मॉडल की तस्वीर का उपयोग कर 10 बूथ पर 22 बार फर्जी वोटिंग कराई गई। उन्होंने चुनाव आयोग और बीजेपी पर मिलीभगत का आरोप लगाया। वहीं, हरियाणा चुनाव आयोग ने 15 बिंदुओं में जवाब देकर राहुल गांधी के आरोपों को बेबुनियाद बताया।
UNITED NEWS OF ASIA. नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर एक बार फिर चुनाव आयोग और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा चुनाव में 25 लाख से अधिक फर्जी वोटर जोड़े गए और कई बूथों पर एक ही व्यक्ति की फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी वोटिंग कराई गई।
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक लड़की की फोटो दिखाते हुए कहा, “ये कौन है? ये ब्राजीलियन मॉडल है, जिसने हरियाणा चुनाव में 10 बूथों पर 22 बार वोट डाले!” उन्होंने कहा कि इस फोटो का असली नाम नहीं, बल्कि फोटोग्राफर का नाम Matheus Ferroro है, जिसने यह तस्वीर Unsplash और Pexels जैसी वेबसाइटों पर अपलोड की थी। राहुल का दावा है कि इस मॉडल की फोटो को हरियाणा की वोटर लिस्ट में अलग-अलग नामों से इस्तेमाल कर फर्जी वोटिंग कराई गई और इस पूरे खेल में चुनाव आयोग की मिलीभगत रही।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हरियाणा में कुल 2 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से करीब 12.5 प्रतिशत फर्जी वोटर पाए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि “यह साजिश कांग्रेस की संभावित भारी जीत को हार में बदलने के लिए रची गई थी।” राहुल ने कहा कि “बीजेपी के कुछ नेता उत्तर प्रदेश में वोट डालने के बाद हरियाणा में भी वोट कर रहे थे।”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “दालचंद यूपी के मंत्री के साथ बैठते हैं, सरपंच हैं, और उनका बेटा यशवीर हरियाणा में भी वोट डाल रहा है।” राहुल गांधी ने यह भी कहा कि कुछ फर्जी वोटरों के पिता के नाम तक बदल दिए गए, जिससे पहचान छिपाई जा सके।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने देश के युवाओं और Gen Z मतदाताओं से अपील की कि वे इस मामले पर ध्यान दें, क्योंकि यह सीधे लोकतांत्रिक प्रक्रिया और मतदान की पारदर्शिता से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि “अगर मतदाता सूची में फर्जीवाड़ा चलता रहा, तो जनता का भरोसा चुनावी व्यवस्था से उठ जाएगा।”
हालांकि, राहुल गांधी के आरोपों के कुछ घंटों बाद ही हरियाणा चुनाव आयोग ने इस पर विस्तृत जवाब जारी किया। आयोग ने एक एक्स पोस्ट में 15 बिंदुओं में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि राहुल गांधी के सभी दावे निराधार और भ्रामक हैं।
आयोग ने बताया कि मसौदा मतदाता सूची 2 अगस्त 2024 को प्रकाशित कर राजनीतिक दलों से साझा की गई थी। प्राप्त 4,16,408 दावों और आपत्तियों का निपटारा किया गया और अंतिम सूची 27 अगस्त 2024 को जारी की गई। नाम वापसी की तिथि तक मतदाता सूची को अंतिम रूप देकर उम्मीदवारों से साझा किया गया था।
आयोग ने यह भी बताया कि मतदान के बाद किसी भी उम्मीदवार या एजेंट ने फर्जी वोटिंग की शिकायत दर्ज नहीं कराई, जबकि मतगणना के दौरान केवल 5 आपत्तियाँ प्राप्त हुई थीं। आयोग ने कहा कि अब तक कुल 23 चुनाव याचिकाएँ दायर की गई हैं, जिनकी कानूनी प्रक्रिया जारी है।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि हरियाणा चुनाव पूरी पारदर्शिता और तकनीकी निगरानी में संपन्न हुए हैं। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि वह अपने पास मौजूद सबूतों को सार्वजनिक करेगी और मामले को संसद तथा न्यायालय में भी उठाएगी।
राहुल गांधी के इस बयान ने चुनावी राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। जहाँ कांग्रेस इसे लोकतंत्र की रक्षा का सवाल बता रही है, वहीं बीजेपी इसे झूठी और भ्रामक बयानबाजी करार दे रही है। मामला अब राष्ट्रीय बहस का विषय बन गया है।
