“विकसित छत्तीसगढ़” के विज़न को गति – ग्राम सेलदीप में EDII द्वारा उद्यमिता एवं स्वरोजगार पर कार्यशाला आयोजित
छत्तीसगढ़ के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग तथा भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII) के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम सेलदीप में एक दिवसीय “उद्यमिता एवं स्वरोजगार कार्यशाला” का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार व MSME क्षेत्र में अवसरों से जोड़ना था।
UNITED NEWS OF ASIA. धमतरी। छत्तीसगढ़ को “विकसित राज्य” बनाने के संकल्प को साकार करने के लिए वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, छत्तीसगढ़ शासन तथा भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII) के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम सेलदीप में “उद्यमिता एवं स्वरोजगार पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला” का सफल आयोजन किया गया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के अवसरों से जोड़ना, उन्हें MSME (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) क्षेत्र में उपलब्ध योजनाओं की जानकारी देना और उद्यमिता को करियर विकल्प के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों को व्यवसाय योजना निर्माण, विपणन रणनीतियाँ, वित्तीय प्रबंधन, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग, और शासकीय योजनाओं का लाभ लेने के तरीके जैसी विषयगत जानकारियाँ प्रदान की गईं।
यह पहल माननीय मुख्यमंत्री जी के “विकसित छत्तीसगढ़” के विज़न को गति प्रदान करने की दिशा में एक सशक्त कदम के रूप में देखी जा रही है।
वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के सचिव श्री रजत कुमार ने MSME क्षेत्र को मजबूत बनाकर ‘मेक इन इंडिया’ मिशन को आगे बढ़ाने का संकल्प व्यक्त किया है। वहीं EDII के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ला ने कहा कि राज्य के युवा आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, और उन्हें प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन के माध्यम से संगठित करने का कार्य संस्थान निरंतर कर रहा है।
EDII छत्तीसगढ़ टीम, डॉ. अमित कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में राज्य में उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने के लिए सतत प्रयासरत है।
इस कार्यशाला में लगभग 80 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें ग्राम की महिलाएँ और युवा विशेष रूप से शामिल रहे। कार्यक्रम में श्री भरत भूषण साहू (सरपंच, ग्राम सेलदीप), श्रीमती पुष्पलता (पूर्व सरपंच), श्री रोशन साहू (उप सरपंच), डॉ. संदीप मेश्राम (DRP, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, धमतरी), डॉ. पोषण लाल सिन्हा (प्रांत संयोजक, वैभवश्री सेवा भारती), तथा श्री अरविन्द कुमार द्विवेदी (वरिष्ठ परियोजना अधिकारी, EDII) सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
सभी वक्ताओं ने ग्राम स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना ही सशक्त समाज की आधारशिला है। प्रशिक्षण सत्र में प्रतिभागियों को सफल उद्यमी बनने के लिए आवश्यक कौशल और सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का संचालन स्थानीय युवा स्वयंसेवकों द्वारा किया गया और अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए।
इस कार्यशाला को लेकर ग्रामीणों में खासा उत्साह देखा गया। महिलाओं ने कहा कि अब उन्हें घरेलू उत्पाद, खाद्य प्रसंस्करण और हस्तशिल्प जैसे क्षेत्रों में नए व्यवसाय शुरू करने की प्रेरणा मिली है।
ग्राम सेलदीप में आयोजित यह पहल न केवल आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ सरकार के उस विज़न को भी मजबूती देती है जिसमें हर नागरिक आत्मनिर्भर, स्वावलंबी और विकास की मुख्य धारा से जुड़ा हुआ हो।
