रश्मि अग्रवाल: नारी शक्ति का जीवंत प्रतीक, समाजसेवा में समर्पण और सम्मान की मिसाल
दुर्ग की समाजसेवी रश्मि अग्रवाल को वर्ष 2026 के लिए 'लिनेस क्लब ऑफ इंडिया, दुर्ग सिटी' का जिला अध्यक्ष घोषित किया गया है। पिछले 15 वर्षों से निरंतर समाजसेवा में सक्रिय रश्मि जी महिलाओं, बच्चों, वृद्धों और वंचित वर्गों के लिए निःस्वार्थ सेवा कर रही हैं। उनका जीवन नारी शक्ति, समर्पण और परोपकार की प्रेरणादायक गाथा है।
UNITED NEWS OF ASIA. रोहिताश सिंह भुवाल, दुर्ग। समाजसेवा का मार्ग कठिन होता है, परंतु जो व्यक्ति इसे जीवन का उद्देश्य बना ले, वह न केवल समाज को दिशा देता है बल्कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन जाता है। ऐसी ही एक प्रेरणादायक हस्ती हैं — रश्मि अग्रवाल, जिन्हें वर्ष 2026 के लिए ‘लिनेस क्लब ऑफ इंडिया, दुर्ग सिटी’ का जिला अध्यक्ष (District President) घोषित किया गया है।
पिछले 15 वर्षों से रश्मि अग्रवाल समाजसेवा के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय हैं। वे लायंस क्लब, लिनेस क्लब, बेटी बचाओ मंच, सुफल और अन्य कई सामाजिक संस्थाओं से जुड़कर समाज के वंचित, जरूरतमंद और उपेक्षित वर्गों के लिए कार्य कर रही हैं। उनके जीवन का मूल मंत्र है — “जहाँ सेवा होगी, वहीं मेरा जीवन होगा।”
घर की जिम्मेदारियों और सामाजिक दायित्वों के बीच संतुलन बनाते हुए रश्मि जी ने दिखाया है कि एक महिला यदि ठान ले तो हर बाधा को मुस्कान से पार किया जा सकता है। समाज के प्रति उनका समर्पण न केवल दुर्ग, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है।
वे बेटी शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, वृद्ध सेवा और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर सक्रियता से कार्य कर रही हैं। रश्मि जी का मानना है कि सच्चा परोपकार वही है जिसमें व्यक्ति अपने जीवन को दूसरों की भलाई में समर्पित कर दे। उनके नेतृत्व में लिनेस क्लब ने कई जनहित योजनाएँ चलाईं — जिसमें बालिकाओं की शिक्षा सहायता, जरूरतमंद परिवारों को चिकित्सा सहयोग, पौधारोपण अभियान, और स्वच्छता जनजागरण जैसे कार्य प्रमुख हैं।
रश्मि अग्रवाल के लिए यह सम्मान केवल एक पद नहीं, बल्कि वर्षों की निःस्वार्थ सेवा, दृढ़ निष्ठा और मानवीय संवेदनाओं का प्रतिफल है। उनके चेहरे पर झलकती आत्मसंतुष्टि और आनंद इस बात की साक्षी है कि परोपकार करने वाला व्यक्ति वास्तव में सबसे धन्य होता है।
उनकी प्रेरणा आज हर उस महिला के लिए उदाहरण है जो परिवार के साथ-साथ समाज के लिए भी कुछ करना चाहती है। रश्मि जी का जीवन यह सिद्ध करता है कि नारी केवल घर की मर्यादा नहीं, बल्कि समाज की शक्ति भी है।
रश्मि अग्रवाल ने समाज को न केवल सेवा का अर्थ समझाया, बल्कि यह भी दिखाया कि संवेदना और समर्पण से बदलाव संभव है।
उनका जीवन एक जीवंत संदेश देता है —
“जहाँ नारी सेवा करती है, वहाँ समाज खिलता है।”
दुर्ग की इस समाजसेवी ने यह सिद्ध कर दिया है कि नारी यदि ठान ले तो करुणा, सेवा और नेतृत्व के संयोग से वह समाज परिवर्तन की ज्योति बन सकती है।
रश्मि अग्रवाल — आधुनिक भारत की प्रेरणादायक ज्यो
