बिहार विधानसभा चुनाव: सभी अंतरराष्ट्रीय सीमाएं सील, 1650 कंपनियों की तैनाती, दूसरे चरण की वोटिंग से पहले 20 जिले बने सुरक्षा का किला
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होगा। सुरक्षा के मद्देनजर सभी अंतरराष्ट्रीय सीमाएं सील कर दी गई हैं और 1650 कंपनियों की तैनाती की गई है। 3.70 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जबकि मतदान की शांतिपूर्ण प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है।
UNITED NEWS OF ASIA. पटना । बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग से पहले राज्य के 20 जिलों को सुरक्षा की दृष्टि से किले में तब्दील कर दिया गया है। चुनाव प्रचार रविवार शाम 6 बजे समाप्त होने के साथ ही अब पूरे राज्य में मतदान की तैयारियां तेज हो गई हैं। मंगलवार, 11 नवम्बर को दूसरे चरण के तहत 122 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी।
बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने रविवार को प्रेस वार्ता में बताया कि दूसरे चरण में कुल 1650 कंपनियों की तैनाती की गई है, जिनमें केंद्रीय सुरक्षा बल और राज्य पुलिस बल शामिल हैं। डीजीपी ने कहा कि पहले चरण की तुलना में इस बार सुरक्षा और अधिक सख्त की गई है ताकि किसी भी तरह की अशांति या हिंसा की संभावना न रहे।
दूसरे चरण में शामिल 20 जिले – कैमूर, गया, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, पटना, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और सुपौल – में व्यापक सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं।
डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा से सटे सात जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। साथ ही झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की सीमाओं से लगे जिलों में भी निगरानी बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाएं शनिवार से ही पूरी तरह सील कर दी गई हैं, जबकि अंतरराज्यीय सीमाओं को रविवार शाम तक बंद कर दिया गया है।
चुनाव आयोग के अनुसार, इस चरण में करीब 3.70 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 1.95 करोड़ पुरुष, 1.74 करोड़ महिलाएं और 943 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। मतदान के लिए 45,399 बूथ बनाए गए हैं, जिनमें 5326 शहरी और 40,073 ग्रामीण बूथ शामिल हैं। इनमें से 595 बूथ महिलाओं द्वारा, 91 बूथ दिव्यांगों द्वारा, और 316 मॉडल बूथ के रूप में संचालित होंगे।
पारदर्शिता के लिए सभी मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई है। डीजीपी ने कहा कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और राज्य भर में सुरक्षा बलों की गश्त लगातार जारी रहेगी।
बिहार पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की संयुक्त तैयारी से प्रशासन ने दावा किया है कि दूसरा चरण पूरी तरह शांतिपूर्ण और निष्पक्ष माहौल में संपन्न होगा।
