नशा मुक्ति केंद्र में युवक की हत्या का खुलासा, एक विधि के साथ संघर्षरत बालक सहित 3 आरोपी गिरफ्तार
रायपुर के खमतराई थाना क्षेत्र अंतर्गत नशा मुक्ति केंद्र में हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने एक विधि के साथ संघर्षरत बालक सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सीसीटीवी फुटेज और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की गई।
UNITED NEWS OF ASIA. हसिब अख्तर, रायपुर | पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र में हुई एक युवक की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए एक विधि के साथ संघर्षरत बालक सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई थाना खमतराई क्षेत्र अंतर्गत दर्ज अपराध क्रमांक 1243/25 के तहत की गई है। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103(2), 3(5) के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध किया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 28 अक्टूबर 2025 को थाना मौदहापारा से थाना खमतराई को एक मर्ग की सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना के आधार पर पुलिस टीम डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल, रायपुर पहुंची, जहां मर्ग पंचनामा की कार्रवाई कर मर्ग क्रमांक 123/25 कायम कर विवेचना में लिया गया। प्रारंभिक जांच के बाद मृतक की पहचान राजन यादव के रूप में हुई, जो जीवन सुधार नशा मुक्ति केंद्र, बसंत विहार कॉलोनी गोंदवारा में रह रहा था।
प्रकरण में मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिनांक 16 दिसंबर 2025 को प्राप्त हुई। रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया कि राजन यादव की मृत्यु मारपीट और गला दबाने के कारण हुई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन एवं थाना प्रभारी खमतराई के नेतृत्व में पुलिस टीम ने नशा मुक्ति केंद्र के संचालक और कर्मचारियों से विस्तृत पूछताछ की। साथ ही केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का अवलोकन किया गया। फुटेज में दिनांक 26 से 27 अक्टूबर 2025 की दरम्यानी रात तीन व्यक्ति मृतक राजन यादव के साथ मारपीट करते हुए दिखाई दिए।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान छगन उर्फ छवि साहू (संस्था में कार्यरत कर्मचारी), नशा मुक्ति हेतु भर्ती आकाश यादव तथा एक विधि के साथ संघर्षरत बालक के रूप में की गई। पूछताछ के दौरान तीनों ने राजन यादव के साथ मारपीट करना स्वीकार किया। मारपीट के बाद राजन यादव बेहोश हो गया था, जिसे 27 अक्टूबर 2025 को उपचार हेतु मेकाहारा रायपुर में भर्ती कराया गया, जहां भर्ती होने के लगभग एक घंटे बाद उसकी मृत्यु हो गई।
पुलिस ने साक्ष्यों और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। विधि के साथ संघर्षरत बालक को बाल न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जबकि दो वयस्क आरोपियों को रायपुर न्यायालय में पेश किया गया है। रायपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में निष्पक्ष और कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।