कबीरधाम जिले में धान खरीदी और भुगतान में तेजी, किसानों को 06 करोड़ रुपये जारी

कबीरधाम जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी सुचारू रूप से जारी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की किसान-केंद्रित नीतियों के तहत अब तक किसानों के खातों में 6 करोड़ 06 लाख रुपये सीधे जारी किए जा चुके हैं। जिले में 108 केंद्रों पर त्वरित तौल, बारदाना, गुणवत्ता परीक्षण और ऑनलाइन भुगतान प्रणाली से किसानों को बड़ी राहत मिली है।

Nov 19, 2025 - 17:54
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कबीरधाम जिले में धान खरीदी और भुगतान में तेजी, किसानों को 06 करोड़ रुपये जारी

 UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। कबीरधाम जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी इस वर्ष पूरी तरह सुचारू, पारदर्शी और तेज रफ्तार से जारी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की किसान हितैषी और पारदर्शी नीतियों का सीधा लाभ जिले के किसानों को मिल रहा है। धान खरीदी शुरू होते ही प्रशासन और सहकारी समितियों की सक्रियता ने पूरे अभियान में गति ला दी है।

सरकार के स्पष्ट निर्देशों पर इस वर्ष भुगतान प्रक्रिया को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। इसी वजह से जिले के किसानों के खातों में अब तक 6 करोड़ 06 लाख रुपये सीधे ऑनलाइन भुगतान के रूप में जारी किए जा चुके हैं। समय पर राशि मिलने से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है और आने वाली रबी फसल की तैयारियां भी सहज हो रही हैं।

कबीरधाम जिले में धान खरीदी के लिए 108 धान उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 90 केंद्र सहकारी समितियों द्वारा संचालित हैं। हर केंद्र पर तौल, बारदाना उपलब्धता, गुणवत्ता परीक्षण, परिवहन और तकनीकी सुविधाओं को मजबूत किया गया है, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।

मोबाइल-आधारित टोकन प्रणाली ने किसानों की भीड़ को नियंत्रित किया है और तौल प्रक्रिया को पहले से अधिक तेज बनाया है। किसान बिना प्रतीक्षा के केंद्र पहुंचकर अपना धान बेच पा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि किसान की मेहनत का मूल्य समय पर मिलना ही सरकार का संकल्प है। भुगतान प्रणाली को पूरी तरह डिजिटल और त्वरित बनाया गया है, जिससे किसानों का भरोसा सरकार और व्यवस्था दोनों पर बढ़ा है।

किसानों का कहना है कि पिछले वर्षों में जहां भुगतान में देरी होती थी, वहीं इस बार शुरू से ही पैसा समय पर उनके बैंक खातों में पहुंच रहा है। इससे उनके परिवार और खेती-किसानी दोनों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

इस वर्ष जिले में धान खरीदी और भुगतान की व्यवस्था पहले की तुलना में अधिक प्रभावी, तेज और किसान-हितकारी बनी है। मुख्यमंत्री की किसान-केंद्रित नीतियों का प्रत्यक्ष परिणाम है कि किसान निश्चिंत होकर अपना धान बेच रहे हैं और समय पर मूल्य मिलने से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है।