पक्के आवास ने बुधिया बाई के जीवन में लाया स्थिरता और सम्मान का उजियारा

कबीरधाम जिले की विधवा महिला बुधिया बाई का जीवन प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण से पूरी तरह बदल गया है। वर्षों तक कच्चे और जर्जर मकान में संघर्षपूर्ण जीवन बिताने वाली बुधिया बाई को अब पक्का आवास, शौचालय, बिजली, गैस, रोजगार और स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है, जिससे उनके जीवन में सुरक्षा, सम्मान और आत्मविश्वास आया है।

Dec 18, 2025 - 18:57
 0  9
पक्के आवास ने बुधिया बाई के जीवन में लाया स्थिरता और सम्मान का उजियारा

UNITED NEWS OF ASIA.  कवर्धा | परिवार जीवन की वह गाड़ी है, जिसकी दो मुख्य कड़ियां पति और पत्नी होते हैं। इनमें से किसी एक का साथ छूट जाने पर दूसरे के कंधों पर जीवन का संघर्ष कई गुना बढ़ जाता है। ऐसी ही परिस्थितियों में वर्षों तक पक्के घर का सपना संजोए रखने वाली कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सिंगारपुर के आश्रित ग्राम भठेलाटोला निवासी बुधिया बाई का जीवन आज पूरी तरह बदल चुका है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ने उनके संघर्षों को स्थायित्व, सम्मान और सुरक्षा में बदल दिया है।

  बुधिया बाई के पति  प्रेमलाल का निधन काफी समय पहले हो गया था। मजदूरी से होने वाली सीमित आय से चार बच्चों की परवरिश करना और जर्जर कच्चे मकान की देखभाल करना उनके लिए बेहद कठिन था। ऐसे हालात में पक्का मकान बनाना उनके लिए केवल एक सपना था। लेकिन वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत उनका चयन हुआ और उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए पक्का आवास स्वीकृत किया गया।

आवास स्वीकृति के पश्चात पहली किश्त के रूप में 40 हजार रुपये की राशि उनके बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से प्राप्त हुई। राशि मिलते ही बुधिया बाई ने अपने नए घर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया। निर्माण की प्रगति के अनुसार दूसरी किश्त तथा मकान पूर्ण होने के बाद अंतिम किश्त भी प्रदान की गई, जिससे उनका आवास समय पर पूर्ण हो सका।

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत जॉब कार्डधारी होने के कारण उन्हें और उनके परिवार को 90 दिवस का अकुशल रोजगार मिला, जिससे 21,870 रुपये की मजदूरी राशि प्राप्त हुई। इससे आर्थिक बोझ कम हुआ और मकान निर्माण सुचारू रूप से पूरा हुआ। पक्के आवास के साथ स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत शौचालय का निर्माण भी हुआ, जिससे स्वच्छता और स्वास्थ्य में सुधार आया।

शासन की विभिन्न योजनाओं के अभिसरण से बुधिया बाई के जीवन में सुविधाओं का विस्तार हुआ है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना से घर में निःशुल्क बिजली कनेक्शन मिला, उज्ज्वला योजना से गैस चूल्हा और सिलेंडर मिला, आयुष्मान कार्ड से निशुल्क स्वास्थ्य उपचार की सुविधा मिली तथा महतारी वंदन योजना से प्रतिमाह 1000 रुपये की आर्थिक सहायता मिल रही है।

अपने संघर्षों को याद करते हुए बुधिया बाई भावुक होकर कहती हैं कि प्रधानमंत्री आवास उनके लिए सिर्फ एक मकान नहीं, बल्कि सुरक्षा, सम्मान और आत्मविश्वास का प्रतीक है। अब उनका जीवन पहले से अधिक सुरक्षित, सहज और सम्मानजनक हो गया है।