विश्व हिंदू परिषद मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी का नशामुक्ति अभियान, दुर्ग में सैकड़ों छात्र-छात्राओं को किया जागरूक
दुर्ग जिले में विश्व हिंदू परिषद मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी द्वारा नशामुक्ति अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में हॉस्टल में अध्ययनरत 550 से अधिक छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कर स्वस्थ जीवन का संदेश दिया गया।
UNITED NEWS OFR ASIA. भुवाल रोहितास, दुर्ग। विश्व हिंदू परिषद मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी द्वारा दुर्ग जिले में नशामुक्ति अभियान के अंतर्गत एक प्रेरणादायी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मालवीय नगर स्थित हनुमान मंदिर के पास प्रयास हॉस्टल परिसर में संपन्न हुआ, जिसमें हॉस्टल में रहकर अध्ययन कर रहे बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राएं शामिल हुए।
कार्यक्रम का आयोजन मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की विभाग संयोजिका लक्ष्मी निषाद एवं विभाग सह संयोजिका रानी साहू के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने और स्वस्थ, अनुशासित जीवन अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को यह समझाना था कि नशा न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि परिवार और समाज को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता जिला उपाध्यक्ष डॉ. मानसी गुलाटी ने अपने प्रभावशाली उद्बोधन में नशे के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्परिणामों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे नशे को “जहर” समझकर उससे दूर रहें और अपने भविष्य को सुरक्षित बनाएं। उन्होंने कहा कि युवा यदि नशामुक्त जीवन अपनाएं तो वे राष्ट्र निर्माण में सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं।
इस अवसर पर मातृशक्ति से जिला सह संयोजिका अनु राणा, लक्ष्मी जंघेल, सीमा गुप्ता, मधु कसेर, सोनी राजपूत, मनीषा सोनी, सोनम यादव, उपासना साहू, रश्मि जाटव, प्रेरणा कश्यप एवं प्रीति राजपूत की गरिमामयी उपस्थिति रही। सभी ने मिलकर विद्यार्थियों को नशामुक्ति का संदेश दिया और उन्हें आत्मसंयम एवं सकारात्मक सोच अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के पदाधिकारियों का भी सक्रिय सहयोग रहा। इस दौरान जिला मंत्री राकेश रामलोचन तिवारी, सह मंत्री जीवेश उपाध्याय, नगर अध्यक्ष सुदीप अग्रवाल एवं प्रयास हॉस्टल अधीक्षक लव कुमार वर्मा ने भी छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन प्रदान किया।
कार्यक्रम में कुल 150 छात्र एवं 400 छात्राएं, यानी लगभग 550 विद्यार्थी उपस्थित रहे। सभी ने सामूहिक रूप से नशे से दूर रहने का संकल्प लिया। अंत में नशामुक्ति पर आधारित प्रेरक नारों और पंक्तियों के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि “नशा जीवन को बर्बाद करता है, जबकि नशामुक्त जीवन ही स्वस्थ और उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है।”
यह अभियान दुर्ग जिले में सामाजिक जागरूकता और युवा सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है।