कवर्धा का होटल दक्ष पैलेस फिर विवादों में, शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप—होटल प्रबंधन की भूमिका पर गंभीर सवाल

कवर्धा स्थित होटल दक्ष पैलेस एक बार फिर विवादों में घिर गया है। शादी का झांसा देकर युवती के साथ दुष्कर्म किए जाने के आरोप में थाना सिटी कोतवाली में मामला दर्ज हुआ है। होटल में घंटे के हिसाब से कमरा देने और लंबे समय से संदिग्ध गतिविधियों को लेकर होटल प्रबंधन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

Dec 20, 2025 - 12:12
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कवर्धा का होटल दक्ष पैलेस फिर विवादों में, शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप—होटल प्रबंधन की भूमिका पर गंभीर सवाल

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा | होटल दक्ष पैलेस कवर्धा एक बार फिर शर्मनाक और सनसनीखेज आरोपों के कारण सुर्खियों में है। शादी का झांसा देकर एक युवती को हवस का शिकार बनाए जाने का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि आरोपी ने होटल दक्ष पैलेस में घंटे के हिसाब से कमरा लेकर इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। थाना सिटी कोतवाली में प्रार्थीया के आवेदन पर आरोपी के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया गया है।

हैरानी की बात यह है कि होटल दक्ष पैलेस को लेकर पहले से ही लगातार शिकायतें मिलती रही हैं कि वहां युवक-युवतियों को घंटे के आधार पर कमरे उपलब्ध कराए जाते हैं। भले ही कानूनी रूप से किसी भी बालिग व्यक्ति को कमरा देने पर रोक नहीं है, लेकिन जिस तरीके से होटल संचालक द्वारा इस सुविधा का दुरुपयोग होने दिया गया, उसने अब होटल की नैतिक जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सूत्रों का दावा है कि होटल में लंबे समय से संदिग्ध गतिविधियां चल रही थीं और यह सब होटल संचालक की जानकारी में होते हुए भी अनदेखा किया जाता रहा। सवाल यह है कि क्या होटल संचालक केवल कमरा देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ सकता है, जबकि उसी छत के नीचे इस तरह के कृत्य अंजाम दिए जा रहे हों।

यह भी स्पष्ट है कि पुलिस द्वारा समय-समय पर होटल प्रबंधन को समझाइश दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद होटल संचालक ने न तो अपनी कार्यप्रणाली में कोई बदलाव किया और न ही नैतिक जिम्मेदारी निभाई। कानून की आड़ में चल रहा यह कथित खेल अब एक बड़े कांड के रूप में सामने आ गया है।

इस घटना के बाद होटल दक्ष पैलेस की छवि पर दाग लगा है। वैसे भी यह आम लोगों के मन में कौतूहल बना हुआ है कि शहर के  आउटर में होटल खोलने का क्या औचित्य? अब पूरे मामले ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर कब तक कुछ होटल संचालक कानून की सीमाओं में रहकर नैतिकता की खुलेआम धज्जियां उड़ाते रहेंगे।

फिलहाल मामले की जांच जारी है और होटल संचालक की भूमिका को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े हो चुके हैं।