पितृ मोक्ष अमावस्या पर नगर परिषद नाकाम, नर्मदा समग्र ने संभाली जिम्मेदारी
बुधनी में पितृ मोक्ष अमावस्या पर नगर परिषद की तैयारियां नाकाम साबित हुईं। अव्यवस्था के बीच नर्मदा समग्र और भारतीय विद्या मंदिर के बच्चों ने सफाई अभियान चलाया, श्रद्धालुओं को जागरूक किया और घाट की जिम्मेदारी संभाली।

UNITED NEWS OF ASIA. घनश्याम शर्मा, बुधनी। पितृ मोक्ष अमावस्या के अवसर पर रविवार को नर्मदा घाटों पर हजारों श्रद्धालु पुण्य स्नान और पितरों का तर्पण करने पहुंचे। भारी भीड़ के बीच नगर परिषद की तैयारियां नाकाम साबित हुईं। घाटों तक वाहनों की पार्किंग होने से पैदल चलना मुश्किल हो गया। जगह-जगह कचरा फैला रहा और महिलाओं के कपड़े बदलने की कोई व्यवस्था भी नहीं की गई, जिससे श्रद्धालु परेशान हुए।
इसी अव्यवस्था के बीच नर्मदा समग्र विभाग के प्रमुख विनय यादव अपनी टीम और भारतीय विद्या मंदिर के बच्चों के साथ घाट पहुंचे। टीम ने श्रद्धालुओं को नर्मदा में साबुन और शैंपू का उपयोग करने से रोका। जहां इसका इस्तेमाल हो रहा था, वहां नगर पालिका कर्मचारियों को सूचना दी गई और कुछ लोगों से जुर्माना भी वसूल करवाया गया।
श्रद्धालुओं ने नर्मदा समग्र की सफाई मुहिम और जागरूकता प्रयासों की सराहना की। उनका कहना था कि प्रशासन की जिम्मेदारी निभाने का काम समाजसेवी संगठन और बच्चों ने किया।
वर्जन – विनय यादव, प्रमुख, नर्मदा समग्र
“पितृ मोक्ष अमावस्या पर श्रद्धालुओं की संख्या हजारों में होती है। ऐसे अवसर पर यदि प्रशासन जिम्मेदारी नहीं निभाए तो घाट पर अव्यवस्था और प्रदूषण बढ़ता है। हमारी टीम लगातार नर्मदा सफाई अभियान चला रही है और हर पर्व पर घाट पर सक्रिय रहती है। श्रद्धालुओं को भी समझना होगा कि नर्मदा केवल नदी नहीं बल्कि हमारी आस्था की धारा है। साबुन-शैंपू जैसे रसायन नर्मदा के जल को प्रदूषित करते हैं और जलीय जीवों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। हम सबकी जिम्मेदारी है कि नर्मदा को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाए रखें।”
बुधनी के श्रद्धालुओं का मानना है कि जब समाज और प्रशासन मिलकर काम करेंगे तभी नर्मदा जैसी धरोहर को संरक्षित किया जा सकेगा।