रायपुर में 4 से 8 अक्टूबर तक पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की श्री हनुमंत कथा, अवधपुरी मैदान में जुटेंगे लाखों श्रद्धालु
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 4 से 8 अक्टूबर तक रायपुर के अवधपुरी मैदान, गुढ़ियारी में श्री हनुमंत कथा का आयोजन करेंगे। वे 3 अक्टूबर को शाम 6 बजे रायपुर पहुंचेंगे और दिव्य दरबार भी लगा सकते हैं। कथा का सीधा प्रसारण संस्कार टीवी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर होगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष समेत कई गणमान्य अतिथि कथा में शामिल होंगे। आयोजन की सभी तैयारियां अंतिम चरण में हैं। लाखों श्रद्धालुओं के लिए भोजन, पार्किंग, यातायात और ई-रिक्शा जैसी व्यवस्थाएं की गई हैं।

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंग्घ, रायपुर। राजधानी रायपुर एक बार फिर भक्ति और आध्यात्म के महासागर में डूबने को तैयार है। बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पूज्य पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 4 से 8 अक्टूबर तक गुढ़ियारी स्थित अवधपुरी मैदान में श्री हनुमंत कथा करने जा रहे हैं। इस धार्मिक आयोजन का नेतृत्व युवा समाजसेवी चंदन - बसंत अग्रवाल (थान खम्हरिया वाले) द्वारा स्व. श्री पुरुषोत्तम अग्रवाल स्मृति फाउंडेशन के तत्वावधान में किया जा रहा है।
पं. शास्त्री 3 अक्टूबर को शाम 6 बजे रायपुर पहुंचेंगे। विवेकानंद एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा और भारत माता चौक से नगर भ्रमण के बाद फूलों की वर्षा के बीच कथा स्थल तक ले जाया जाएगा। कथा का प्रसारण संस्कार टीवी, बसंत अग्रवाल के इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब चैनल पर रोजाना दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक होगा। वे किसी भी दिन सुबह 11 बजे से 2 बजे तक दिव्य दरबार भी लगा सकते हैं।
कथा में शामिल होंगे मुख्यमंत्री सहित कई वीआईपी
इस बार कथा में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उनकी धर्मपत्नी कौशल्या साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, रायपुर के चारों विधायक, महापौर मीनल चौबे, सभापति सूर्यकांत राठौर सहित अनेक गणमान्य अतिथि शामिल होंगे।
भक्तों के लिए विशेष सुविधाएं
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन और आयोजन समिति ने सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली हैं।
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बाइक से आने की अपील: आयोजकों ने भक्तों से अपील की है कि वे जाम से बचने के लिए बाइक से ही कथा स्थल पहुंचें।
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पार्किंग व्यवस्था: चार पहिया वाहनों के लिए भी पार्किंग उपलब्ध रहेगी, साथ ही पत्रकारों के लिए अलग से स्थान निर्धारित किया गया है।
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ई-रिक्शा सुविधा: बुजुर्ग और दिव्यांग भक्तों के लिए नि:शुल्क 200 ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है।
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भंडारा: प्रतिदिन सुबह 10 बजे और रात 9 बजे श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था रहेगी।
“रायपुर मेरा मौसिया गांव है”
पत्रकारवार्ता में बसंत अग्रवाल ने बताया कि पं. शास्त्री रायपुर को “भगवान श्रीराम का नौनिहाल और अपना मौसिया गांव” कहते हैं। उन्होंने कहा, “पहली बार कथा में जिस उत्साह से रायपुर की जनता जुड़ी, उसी ने उन्हें देशभर में लोकप्रिय बना दिया। इस बार श्रद्धालुओं की संख्या पहले से कहीं अधिक होने की संभावना है, इसलिए विशाल पंडाल, LED स्क्रीन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।”
लाखों भक्तों में उत्साह
आयोजन को लेकर छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र से भी भक्तों में भारी उत्साह है। समिति के सेवादार लगातार तैयारियों में जुटे हैं और हर विभाग की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। जिला प्रशासन और यातायात पुलिस भी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए छह दिन तक मैदान पर तैनात रहेंगे।