खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में नक्सल उन्मूलन को बड़ी सफलता, 12 हथियारबंद नक्सलियों का आत्मसमर्पण
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी सफलता मिली है। 12 हथियारबंद नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है, जिनमें 1 करोड़ रुपये से अधिक के इनामी नक्सली रामधेर मज्जी भी शामिल है।
UNITED NEWS OF ASIA.मनोहर सेन, खैरागढ़ | छुईखदान-गंडई जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है, जहां नक्सल उन्मूलन अभियान को एक बड़ी और ऐतिहासिक सफलता हाथ लगी है। जिले में सक्रिय रहे 12 हथियारबंद नक्सलियों ने आज पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वालों में नक्सली संगठन के मिलिट्री कमांड काउंसिल यानी MMC जोन का बड़ा नाम माने जाने वाला कुख्यात और 1 करोड़ रुपये से अधिक का इनामी नक्सली रामधेर मज्जी भी शामिल है।
बताया जा रहा है कि रामधेर मज्जी कई बड़े और चर्चित नक्सली हमलों में शामिल रहा है तथा लंबे समय से सुरक्षा बलों के लिए चुनौती बना हुआ था। सूत्रों के मुताबिक आत्मसमर्पण की यह प्रक्रिया आज सुबह की है, जब सभी 12 नक्सली बकरकट्टा थाना पहुंचे और पुलिस के समक्ष हथियार डाल दिए। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 6 महिला नक्सली भी शामिल हैं, जो संगठन के विभिन्न दलों में सक्रिय भूमिका निभा रही थीं।
इस घटनाक्रम को छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, लंबे समय से चल रही सख्त कार्रवाई, लगातार सर्च ऑपरेशन, दबाव और सरकार की पुनर्वास व आत्मसमर्पण नीति का यह सकारात्मक परिणाम है। सूत्रों के अनुसार कुख्यात नक्सली रामधेर मज्जी जल्द ही राजनांदगांव में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समक्ष औपचारिक रूप से आत्मसमर्पण कर सकता है |
हालांकि इस पर अभी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों से पूछताछ की जा रही है और उनके खिलाफ दर्ज मामलों, संगठन की गतिविधियों तथा नेटवर्क की जानकारी जुटाई जा रही है। इस पूरे घटनाक्रम से क्षेत्र में सक्रिय अन्य नक्सली कैडरों पर भी मनोवैज्ञानिक दबाव पड़ने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस और प्रशासन की ओर से आधिकारिक बयान और विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर इसे नक्सल उन्मूलन अभियान की बड़ी सफलता माना जा रहा है।