धमतरी पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार, POS सिम और फिंगरप्रिंट मशीन जब्त
धमतरी पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड जारी करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा। मोबाइल, POS सिम और फिंगरप्रिंट मशीन जब्त की गई।

UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, धमतरी। एसपी धमतरी के निर्देशन में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली एवं थाना सिहावा पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड जारी करने के तीन अलग-अलग मामलों में कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा। कार्यवाही के दौरान मोबाइल फोन, POS सिम और फिंगरप्रिंट स्कैनर भी जब्त किए गए।
पहले मामले में थाना सिटी कोतवाली के अंतर्गत नागेन्द्र साहू (26 वर्ष) ने प्रार्थी के आधार कार्ड और बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट का उपयोग कर फर्जी एयरटेल सिम जारी किया। आरोपी से एक POS सिम, एक वनप्लस मोबाइल और फिंगरप्रिंट मशीन जप्त की गई।
दूसरे मामले में, थाना सिटी कोतवाली के पीओएस ऑपरेटर उमेश साहू (24 वर्ष) और वासुदेव साहू (28 वर्ष) को फर्जी पहचान पत्रों के आधार पर सिम कार्ड जारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उनसे दो मोबाइल फोन जप्त किए गए।
तीसरे मामले में थाना सिहावा के ओनिल कुमार साहू (21 वर्ष) द्वारा बिना वैध सत्यापन प्रक्रिया के फर्जी सिम जारी किए जाने की पुष्टि हुई। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।
धमतरी पुलिस ने बताया कि फर्जी सिम और म्यूल खातों का उपयोग साइबर धोखाधड़ी, ओटीपी चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग में किया जा रहा है। कुछ POS एजेंट बिना सत्यापन के एक ही आधार कार्ड से कई सिम सक्रिय कर देते हैं, जो साइबर अपराध को बढ़ावा देता है।
एसपी धमतरी ने चेतावनी दी कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सिम जारी करना गंभीर अपराध है और इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। नागरिकों से अपील की गई कि वे अपने आधार और बायोमेट्रिक जानकारी किसी अनजान व्यक्ति को न दें।
धमतरी पुलिस का संदेश: "साइबर और दूरसंचार अपराधों पर जीरो टॉलरेंस – फर्जीवाड़ा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई जारी"।
इस अभियान के जरिए पुलिस ने साइबर अपराधों और फर्जी सिम जारी करने जैसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने का संदेश स्पष्ट किया।