कँगलू कुम्हार कॉलेज में चैतन्य संस्था ने जेंडर समानता व बाल विवाह कानून पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया

दुर्गूकोंदल के कँगलू कुम्हार कॉलेज में चैतन्य संस्था ने जेंडर समानता और बाल विवाह कानून पर विद्यार्थियों को जागरूक किया। विशेषज्ञों ने समानता और सुरक्षा पर विचार साझा किए।

Oct 13, 2025 - 19:36
 0  24
कँगलू कुम्हार कॉलेज में चैतन्य संस्था ने जेंडर समानता व बाल विवाह कानून पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया

UNITED NEWS OF ASIA. राजेंद्र मांडवी, कांकेर। दुर्गूकोंदल ब्लॉक के कँगलू कुम्हार शासकीय महाविद्यालय में चैतन्य संस्था द्वारा "जेंडर समानता, बाल विवाह कानून और अधिकार" विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों और कॉलेज के विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता रही।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को लैंगिक समानता, बाल विवाह निषेध अधिनियम और POSCO कानून के प्रति जागरूक करना था। इस अवसर पर चैतन्य संस्था की ओर से जिला समन्वयक वंदना बघेल, टी.ए. पूर्णिमा मंडल और सत्यभामा यादव उपस्थित थीं। वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग से जिला समन्वयक अमित बघेल और सीमा यदु ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

कॉलेज के प्राचार्य राकेश घोष ने अतिथियों का स्वागत किया और विद्यार्थियों को समाज में समानता की भावना अपनाने का संदेश दिया।

कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने विद्यार्थियों को जेंडर समानता की अवधारणा समझाई और बताया कि घर, विद्यालय, कार्यस्थल और समाज में लैंगिक भेदभाव समाप्त करने के लिए सोच में परिवर्तन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समानता का माहौल तभी बन सकता है जब महिलाएं और पुरुष दोनों एक-दूसरे के अधिकारों का सम्मान करें।

महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने विद्यार्थियों को बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 और POSCO कानून (बाल यौन शोषण से संरक्षण अधिनियम) की विस्तृत जानकारी दी। विद्यार्थियों को बताया गया कि बाल विवाह न केवल कानूनन अपराध है बल्कि यह बालक-बालिकाओं के जीवन और भविष्य पर गहरा नकारात्मक प्रभाव डालता है।

कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रश्न पूछे, जिनका समाधान विशेषज्ञों ने उदाहरणों के माध्यम से किया। उन्होंने यह भी बताया कि किसी भी प्रकार के बाल विवाह, उत्पीड़न या हिंसा की जानकारी मिलते ही तुरंत 1098 (चाइल्डलाइन) या नजदीकी पुलिस थाना में सूचना दें।

चैतन्य संस्था की टीम ने बताया कि यह जागरूकता अभियान जिले के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में लगातार आयोजित किया जा रहा है, ताकि युवाओं में समानता, अधिकार और सुरक्षा के प्रति समझ और संवेदनशीलता बढ़ाई जा सके।

कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और विद्यार्थियों से अपील की कि वे समाज में समानता और न्याय के संदेश को आगे बढ़ाएं।