छत्तीसगढ़ की संस्कृति और गौरव गाथा को विश्व पटल तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी: उप मुख्यमंत्री अरुण साव

रायपुर में आयोजित "हमर चिन्हारी" पत्रिका और वेबसाइट के उद्घाटन समारोह में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि तीन करोड़ छत्तीसगढ़वासियों की जिम्मेदारी है कि वे राज्य की संस्कृति, साहित्य और गौरव गाथा को देश-विदेश तक पहुंचाएं। समारोह में कलाकारों, साहित्यकारों और समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। अमित चिमनानी ने कहा कि वेबसाइट के माध्यम से दुनिया छत्तीसगढ़ की समृद्ध विरासत से परिचित होगी। कार्यक्रम में सुमधुर गायन, कविता पाठ और विभिन्न विधाओं में योगदान देने वाले लोगों का सम्मान किया गया।

Oct 6, 2025 - 12:18
 0  5
छत्तीसगढ़ की संस्कृति और गौरव गाथा को विश्व पटल तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी: उप मुख्यमंत्री अरुण साव

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा है कि तीन करोड़ छत्तीसगढ़वासियों की यह महती जिम्मेदारी है कि वे अपनी संस्कृति, साहित्य और गौरव गाथा को देश-विदेश के हर कोने तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की माटी अनेक संतों, महापुरुषों और महान विभूतियों की जन्मभूमि, तपोभूमि और कर्मभूमि रही है, और अब समय आ गया है कि हम इसकी समृद्ध विरासत को वैश्विक स्तर पर स्थापित करें।

साव रायपुर के विमतारा भवन में "हमर चिन्हारी छत्तीसगढ़ी तिमाही पत्रिका" और वेबसाइट के उद्घाटन तथा विमोचन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन हमर चिन्हारी साहित्य समिति और सोच विचार मीडिया के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।

उप मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के लोकजीवन में रचे-बसे ददरिया गीतों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये गीत हमारी सांस्कृतिक जड़ों का प्रतीक हैं। उन्होंने आयोजक मीना दुबे और संरक्षक अमित चिमनानी सहित सभी सदस्यों को बधाई दी।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और आयोजन के संरक्षक अमित चिमनानी ने कहा कि यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के कलाकारों, साहित्यकारों और समाजसेवियों को सम्मानित करने का अनूठा प्रयास है। उन्होंने कहा कि हमर चिन्हारी वेबसाइट के माध्यम से दुनिया छत्तीसगढ़ की संस्कृति और गौरव गाथा को और गहराई से जान सकेगी।

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा, मंत्री गुरु खुशवंत साहेब, विधायक मोतीलाल साहू और राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

आयोजन के तहत जोशी बहनों, दीक्षा-दीपिका धनगर, गौरव राय और हर्षिका ध्रुव ने सुमधुर गायन प्रस्तुत किया, जबकि विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट योगदान के लिए चंद्रशेखर चकोर, ईश्वर साहू ‘बंधी’, भोजराज धनगर, बेनीराम वर्मा, संतोष कुमार सोनकर ‘मंडल’, रामेश्वर शर्मा, दीक्षा-दीपिका धनगर, गौरव राय, हर्षिका ध्रुव और विजय मिश्रा ‘अमित’ को सम्मानित किया गया।

इसके अलावा प्रसिद्ध कवियों रामेश्वर वैष्णव, मीर अली मीर, पद्मलोचन शर्मा ‘मुँहफट’, किशोर तिवारी और सुमन शर्मा बाजपेयी ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।

इस अवसर पर साहित्य समिति की संरक्षिका रचना शर्मा, ऋचा ठाकुर, संरक्षक रामेश्वर शर्मा, अध्यक्ष मीनारानी दुबे, ऋषभ जैन, अभिषेक बघेल, राजेंद्र पारख और कई छत्तीसगढ़ी कलाकार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विजय मिश्रा और ममता सोनी ने किया।

इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और साहित्यिक धरोहर न केवल राज्य की पहचान है बल्कि इसे वैश्विक पटल पर ले जाना हर छत्तीसगढ़वासी का कर्तव्य है।