उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने किया बस्तर ओलंपिक-2025 का शुभारंभ, कहा – खेलों से निखर रही है बस्तर की युवा प्रतिभा
उप मुख्यमंत्री और खेल मंत्री अरुण साव ने कांकेर जिले के गोविंदपुर में बस्तर ओलंपिक-2025 की विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए खेल मैदान में शेड निर्माण के लिए 25 लाख रुपए की घोषणा की। साव ने कहा कि बस्तर ओलंपिक ने क्षेत्र के लाखों युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया है।
UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अरुण साव ने आज कांकेर जिले के गोविंदपुर में बस्तर ओलंपिक-2025 की विकासखंड स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने खेल ध्वज फहराकर प्रतियोगिताओं की शुरुआत की और उपस्थित खिलाड़ियों से मिलकर उनका मनोबल बढ़ाया। इस अवसर पर साव ने गोविंदपुर खेल मैदान में शेड निर्माण के लिए 25 लाख रुपये की घोषणा की।
उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि बस्तर ओलंपिक का उद्देश्य बस्तर अंचल के प्रतिभाशाली युवाओं को राष्ट्रीय स्तर का मंच प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष इस आयोजन में 1.65 लाख खिलाड़ियों ने पंजीयन कराया था, जबकि इस वर्ष यह संख्या बढ़कर रिकॉर्ड 3.91 लाख तक पहुंच गई है। यह दर्शाता है कि बस्तर के युवाओं में खेलों के प्रति गहरा उत्साह है।
उन्होंने कहा कि खेल व्यक्ति में अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता विकसित करते हैं। राज्य सरकार द्वारा बस्तर संभाग में खेल सुविधाओं के विकास के लिए अब तक आठ करोड़ रुपये के कार्य स्वीकृत किए जा चुके हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में बस्तर के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन करेंगे।
इस अवसर पर विधायक आशाराम नेताम, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष भरत मटियारा, हस्तशिल्प बोर्ड की अध्यक्ष शालिनी राजपूत, कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर, जिला पंचायत सीईओ हरेश मंडावी सहित अनेक जनप्रतिनिधि और खिलाड़ी उपस्थित थे।
विधायक आशाराम नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में बस्तर ओलंपिक अब जनआंदोलन का रूप ले चुका है। पखांजूर से लेकर नरहरपुर तक खेल का वातावरण तैयार हुआ है। उन्होंने खिलाड़ियों से खेल भावना और अनुशासन के साथ प्रदर्शन करने का आह्वान किया।
बस्तर ओलंपिक-2025 का यह आयोजन बस्तर की खेल संस्कृति और प्रतिभा को नई दिशा देने वाला साबित हो रहा है, जो आने वाले समय में प्रदेश के खेल परिदृश्य को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।
