मनेन्द्रगढ़ में 220 बेड अस्पताल और सीएमएचओ भवन का होगा शिलान्यास — स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण की दिशा में बड़ा कदम
मनेन्द्रगढ़ में 220 बेड अस्पताल और सीएमएचओ भवन का शिलान्यास 13 अक्टूबर को होगा। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल मुख्य अतिथि और विधायक रेणुका सिंह अध्यक्ष रहेंगी।

UNITED NEWS OF ASIA. हेमंत कुमार, एमसीबी(एमसीबी) | जिले के नागरिकों के लिए एक बड़ी सौगात के रूप में 220 बेड वाले अस्पताल और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) भवन का शिलान्यास आगामी 13 अक्टूबर, दिन सोमवार को किया जाएगा। यह आयोजन छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।
इस महत्वपूर्ण शिलान्यास समारोह में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एवं स्थानीय विधायक श्याम बिहारी जायसवाल (लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, बीस सूत्रीय कार्यान्वयन विभाग) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र की विधायक रेणुका सिंह करेंगी।
यह आयोजन दोपहर 3 बजे से आमाखेरवा ग्राउंड, मनेन्द्रगढ़, जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी) में संपन्न होगा।
इस शिलान्यास से क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और आधुनिक चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता में बड़ा सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही है। 220 बेड का यह अत्याधुनिक अस्पताल ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के मरीजों के लिए वरदान साबित होगा।
क्षेत्रवासियों में उत्साह का माहौल
आगामी कार्यक्रम को लेकर मनेन्द्रगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में उत्साह का वातावरण है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, सामाजिक संस्थाओं तथा नागरिकों की बड़ी उपस्थिति में यह आयोजन भव्य रूप से संपन्न होने की संभावना है।
जिला मीडिया प्रभारी की अपील
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए जिला मीडिया प्रभारी राम चरित द्विवेदी (भारतीय जनता पार्टी) ने बताया कि यह आयोजन जनसेवा की भावना से प्रेरित है। उन्होंने नागरिकों से समय पर पहुंचकर इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की।
इस शिलान्यास के साथ ही मनेन्द्रगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं के नवनिर्माण का एक नया अध्याय शुरू होगा, जो क्षेत्र के लोगों को बेहतर उपचार, आधुनिक चिकित्सा सेवाएं और स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा।