यादव ठेठवार समाज की चतुर्थ सामाजिक समरसता उड़ीसा यात्रा 22 नवंबर से होगी शुभारंभ

यादव ठेठवार समाज की चतुर्थ सामाजिक समरसता उड़ीसा यात्रा 22 नवंबर को रायपुर से प्रारंभ होगी। सैकड़ों स्वजातीय सदस्य इसमें शामिल होंगे। उड़ीसा में भव्य स्वागत, सांस्कृतिक कार्यक्रम और धार्मिक–सामाजिक गतिविधियाँ आयोजित होंगी।

Nov 21, 2025 - 17:10
 0  7
यादव ठेठवार समाज की चतुर्थ सामाजिक समरसता उड़ीसा यात्रा 22 नवंबर से होगी शुभारंभ

 UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर |  यादव ठेठवार समाज की बहुप्रतीक्षित चतुर्थ सामाजिक समरसता उड़ीसा यात्रा 22 नवंबर की सुबह 5 बजे सामाजिक ठेठवार भवन, रायपुर से शुभकामनाओं के साथ प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के नेतृत्व में प्रारंभ होगी। यात्रा प्रभारी परमानंद यादव समाजजनों के लगातार संपर्क में रहते हुए यात्रा को सुव्यवस्थित एवं सफल बनाने हेतु दिशा-निर्देश प्रदान कर रहे हैं। प्रदेश के विभिन्न अंचलों से सैकड़ों स्वजातीय जन इस यात्रा में उत्साहपूर्वक शामिल हो रहे हैं। वरिष्ठ पदाधिकारी एवं युवा प्रतिनिधि—हरीश यादव, रामसिंह यादव, नरोत्तम यदु, पुष्कर यादव, रविनायण यदु, पुमेंद्र यदु और सरोज यादव—यात्रा को दिशा और मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। साथ ही पूर्व अध्यक्ष राजू यादव, समाज सलाहकार जोहत राम यादव, बलराम यादव, आर. के. यदु, नवीन यदु (शिक्षक), गौकरण यदु, बलदेव यादव, शंकर यादव, रघुनंदन यादव, अशोक, ललित यादव तथा देवेनारायण यदु (शिक्षक) भी सक्रिय रूप से सहयोग दे रहे हैं।

उड़ीसा में यात्रा दल के स्वागत की तैयारियाँ अत्यंत भव्य हैं। स्थानीय यादव समाज के द्वारा सैकड़ों युवाओं की बाइक रैली के साथ यात्रा का स्वागत होगा। समाज के प्रमुखजनों को बग्गी के माध्यम से खरियार से सभा स्थल तक ले जाया जाएगा। मार्गभर स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक एवं पारंपरिक प्रस्तुतियाँ यात्रा की शोभा बढ़ाएँगी। उड़ीसा के विधायकगण एवं सामाजिक प्रतिनिधि भी स्वागत कार्यक्रम में शामिल होंगे।

इस यात्रा का उद्देश्य समाज के दूरस्थ क्षेत्रों में रह रहे भाइयों से संपर्क स्थापित करना, उनकी परंपराओं, जीवनशैली और सामाजिक स्थिति को समझना, तथा शिक्षा, रोजगार, सामाजिक एकता और सक्रियता को बढ़ावा देना है। इससे पहले बस्तर, सरगुजा और मध्य प्रदेश में आयोजित यात्राओं की सफलता ने इस अभियान को और अधिक प्रेरित किया है।

यात्रा रायपुर से दुर्ग, पाटन, महासमुंद, बागबाहरा और खलारी होते हुए खरियार रोड पहुँचेगी जहाँ भव्य स्वागत समारोह होगा। दूसरे दिन यात्रा पुरी पहुँचकर भगवान जगन्नाथ के दर्शन करेगी। तीसरे दिन चंद्रभागा में सूर्योदय दर्शन और कोणार्क सूर्य मंदिर का अवलोकन किया जाएगा, जिसके बाद भुवनेश्वर में सामाजिक सभा और धार्मिक स्थलों का भ्रमण होगा। अंतिम दिन यात्रा समलेश्वरी माता और हीराकुंड बांध का अवलोकन करते हुए खल्लारी में भव्य समापन के साथ समाप्त होगी।