उदंती-सीतानदी टाइगर रिज़र्व: तितलियों का स्वर्ग और जैवविविधता का जीवंत उदाहरण
छत्तीसगढ़ का उदंती-सीतानदी टाइगर रिज़र्व (USTR) केवल बाघों और वन्यजीवों के लिए नहीं, बल्कि तितलियों की अद्भुत विविधता के लिए भी प्रसिद्ध है। नदियों, झरनों और सघन वनों से घिरा यह क्षेत्र तितलियों के लिए आदर्श आवास प्रदान करता है, जहाँ अनेक आकर्षक और दुर्लभ प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, धमतरी/छत्तीसगढ़ | छत्तीसगढ़ का उदंती-सीतानदी टाइगर रिज़र्व (USTR) सामान्यतः बाघों और वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध रहा है, परंतु हाल के वर्षों में यह क्षेत्र तितलियों की समृद्ध विविधता के कारण भी वैज्ञानिकों और प्रकृति प्रेमियों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। यह क्षेत्र अपने नदीनुमा पारिस्थितिकी तंत्र, बहते झरनों, छोटे नालों, प्राकृतिक तालाबों और सघन हरित वनों के कारण तितलियों के लिए आदर्श आवास प्रदान करता है।
नदी, नाले और तितलियाँ: एक सुंदर सहसंबंध
USTR का भौगोलिक स्वरूप, जिसमें उदंती और सीतानदी नदियाँ बहती हैं तथा जंगल के भीतर छोटे-छोटे जलस्रोत फैले हैं, तितलियों के जीवन चक्र के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ निर्मित करता है। तितलियाँ आमतौर पर नमी, हरियाली और शांत वातावरण वाले क्षेत्रों में पाई जाती हैं। यहाँ के प्राकृतिक कुंड और पौधों की विविधता उन्हें भोजन, पराग और अंडे देने के लिए उपयुक्त स्थल उपलब्ध कराती है।
यहाँ की प्रमुख तितलियाँ
उदंती-सीतानदी में अनेक आकर्षक तितली प्रजातियाँ पाई जाती हैं — जिनमें बैंडेड पीकॉक, ब्लू मॉरमॉन, कॉमन मॉरमॉन, कॉमन जे, नवाब, राजा, ब्लू टाइगर, ग्रास ब्लू, वांडरर, कॉमन पैंसी और कॉमन ईवनिंग ब्राउन प्रमुख हैं। ये तितलियाँ न केवल सौंदर्य बढ़ाती हैं, बल्कि पारिस्थितिकी तंत्र में परागण जैसी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
अनदेखा जैवविविधता का खजाना
USTR की जलवायु और प्राकृतिक संतुलन ऐसी दुर्लभ प्रजातियों को भी सुरक्षित आश्रय देता है, जो अभी तक विज्ञान की दृष्टि से अज्ञात हैं। यह क्षेत्र तितलियों के अध्ययन, शोध और फोटोग्राफी के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जाता है।
प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग
तितली प्रेमियों, फोटोग्राफरों और पर्यावरण शोधकर्ताओं के लिए उदंती-सीतानदी टाइगर रिज़र्व किसी स्वर्ग से कम नहीं। जंगल की गहराइयों में जब सूर्य की किरणें तितलियों के रंगीन पंखों पर पड़ती हैं, तो वह दृश्य प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है।
उदंती-सीतानदी टाइगर रिज़र्व इस बात का प्रमाण है कि छत्तीसगढ़ केवल बाघों का ही नहीं, बल्कि तितलियों और जैवविविधता का भी गौरवपूर्ण घर है।
