विश्व वन्यजीव सप्ताह पर यूएसटीआर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन, संरक्षण और जागरूकता का संदेश
यूएसटीआर (USTR) में 2 से 8 अक्टूबर तक विश्व वन्यजीव सप्ताह उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस दौरान मैराथन, प्रशिक्षण, ट्रैकिंग, जागरूकता कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं के माध्यम से वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण संवेदनशीलता को बढ़ावा दिया गया।
UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, धमतरी | यूएसटीआर (USTR) में 2 से 8 अक्टूबर तक विश्व वन्यजीव सप्ताह हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। सप्ताह भर चले इस आयोजन में वन्यजीव संरक्षण, पर्यावरणीय जागरूकता और फील्ड स्टाफ की क्षमता वृद्धि पर विशेष ध्यान दिया गया।
पहले दिन 10 किलोमीटर की मिनी मैराथन का आयोजन किया गया, जिसमें 90 ग्राउंड स्टाफ ने भाग लिया। मैराथन में उपनिदेशक समेत सभी कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। इस आयोजन का उद्देश्य शारीरिक सुदृढ़ता के साथ-साथ वन संरक्षण की भावना को सशक्त बनाना था।
दूसरे दिन यूएसटीआर की सभी आठ रेंजों के फ्रंटलाइन स्टाफ के लिए छत्तीसगढ़ के पक्षियों और वन्यजीवों की पहचान संबंधी प्रशिक्षण सत्र रखा गया। वन्यजीव विशेषज्ञ श्री अभिजीत शर्मा ने पक्षी पहचान और संरक्षण पर विशेष व्याख्यान दिया। वहीं श्री आकाश वीर सिंह ने फील्ड विज़िट के दौरान सुरक्षा एवं डॉक्यूमेंटेशन तकनीकों पर विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया।
तीसरे दिन प्रतिभागियों ने छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों — राजनांदगांव, डोंगरगढ़, रायपुर और बिलासपुर — से एकत्र होकर ट्रैकिंग अभियान में भाग लिया। इस दौरान उन्हें मलाबार पाइड हॉर्नबिल और शाहीन फाल्कन जैसे दुर्लभ पक्षियों को देखने का अवसर मिला। ट्रैकिंग के दौरान स्लॉथ बियर और तेंदुए के अप्रत्यक्ष साक्ष्य भी दर्ज किए गए। प्रतिभागियों ने वाइल्ड वाटर बफैलो ‘छोटू’ को करीब से देखा और उसके व्यवहार पर विशेष चर्चा की।
चौथे दिन गरियाबंद जिले के विभिन्न स्कूलों में वन्यजीव संरक्षण विषयक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। छात्रों के बीच पक्षी प्रस्तुति, क्विज़ प्रतियोगिता और चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने का प्रयास किया गया।
यूएसटीआर द्वारा आयोजित यह सप्ताह वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक प्रेरक कदम साबित हुआ। इसमें न केवल स्टाफ की जानकारी और दक्षता में वृद्धि हुई, बल्कि स्थानीय समुदाय और विद्यार्थियों में भी प्रकृति के प्रति गहरा लगाव जागा।
